सचिन तेंदुलकर ने मुंबई में जारी एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि विश्वकप के फाइनल में मिली जीत के लिए सभी खिलाडि़यों ने मेहनत की. फाइनल मैच में हम सभी खिलाड़ी एक दूसरे का उत्साह बढ़ा रहे थे. सचिन ने कहा कि 2 अप्रैल 2011 का दिन काफी अहम रहा."/> सचिन तेंदुलकर ने मुंबई में जारी एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि विश्वकप के फाइनल में मिली जीत के लिए सभी खिलाडि़यों ने मेहनत की. फाइनल मैच में हम सभी खिलाड़ी एक दूसरे का उत्साह बढ़ा रहे थे. सचिन ने कहा कि 2 अप्रैल 2011 का दिन काफी अहम रहा."/> सचिन तेंदुलकर ने मुंबई में जारी एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि विश्वकप के फाइनल में मिली जीत के लिए सभी खिलाडि़यों ने मेहनत की. फाइनल मैच में हम सभी खिलाड़ी एक दूसरे का उत्साह बढ़ा रहे थे. सचिन ने कहा कि 2 अप्रैल 2011 का दिन काफी अहम रहा."/>
सचिन तेंदुलकर ने मुंबई में जारी एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि विश्वकप के फाइनल में मिली जीत के लिए सभी खिलाडि़यों ने मेहनत की. फाइनल मैच में हम सभी खिलाड़ी एक दूसरे का उत्साह बढ़ा रहे थे. सचिन ने कहा कि 2 अप्रैल 2011 का दिन काफी अहम रहा.
इसके अलावा सचिन ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि विश्वकप फाइनल में दबाव होने के साथ ही हमारी तैयारी भी पूरी थी. विश्वकप जीतना एक सपने की तरह लग रहा था और आखिरकार हम सभी खिलाडि़यों द्वारा की गई मेहनत के कारण हमने इस सपने को भी पूरा कर लिया.
एक सवाल के जवाब में सचिन ने कहा कि 1987 में सुनील गावस्कर ने मुझे ड्रेसिंग में लेकर गए और वहां मौजूद सभी खिलाडि़यों से मिलवाया. वो दिन मेरे लिए बेहद खास रहा.
कोच गैरी के बारे में पूछे जाने पर सचिन ने कहा कि उन्हें अभी टीम इंडिया का कोच बने रहना चाहिए. गैरी के जाने से उनकी कमी हमें बहुत खलेगी. धोनी के बारे में सचिन ने कहा कि वह एक बहुत अच्छे कप्तान साबित हुए हैं.