सचिन तेंदुलकर के साथ उनकी मैदानी जंग जगजाहिर है लेकिन पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का दावा है कि उन्हें इस चैम्पियन बल्लेबाज से कभी डर नहीं लगा."/> सचिन तेंदुलकर के साथ उनकी मैदानी जंग जगजाहिर है लेकिन पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का दावा है कि उन्हें इस चैम्पियन बल्लेबाज से कभी डर नहीं लगा."/> सचिन तेंदुलकर के साथ उनकी मैदानी जंग जगजाहिर है लेकिन पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का दावा है कि उन्हें इस चैम्पियन बल्लेबाज से कभी डर नहीं लगा."/>
सचिन तेंदुलकर के साथ उनकी मैदानी जंग जगजाहिर है लेकिन पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का दावा है कि उन्हें इस चैम्पियन बल्लेबाज से कभी डर नहीं लगा.
शोएब ने कहा कि उन्हें 14 बरस के अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर में आस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट और कैरेबियाई बल्लेबाज ब्रायन लारा से डर लगा है.
विश्व कप के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का ऐलान कर चुके शोएब ने कहा कि यह सच है लेकिन इसके यह मायने नहीं है कि मैं सचिन की इज्जत नहीं करता, वह लीजैंड है और रहेंगे लेकिन उनसे मुझे कभी डर नहीं लगा. गिलक्रिस्ट और लारा से डर लगता था.
उन्होंने कहा कि गिलक्रिस्ट मेरी गेंदों की जबर्दस्त धुनाई करते थे. वहीं लारा का क्लास ही अलग है. मैं उनसे इतना प्रभावित था कि मुझे पता ही नहीं चलता था कि गेंद कहां डाली जाये.
मैदान से बाहर भी अपनी हरकतों के कारण विवादों के घेरे में रहे शोएब का मानना है कि यदि उनके दौर में इमरान खान होते तो हालात दीगर होते. उन्होंने कहा कि इमरान पितातुल्य हैं, मुझे उनकी कमी बहुत खलती है. यदि वह खेल रहे होते तो मैं बेहतर गेंदबाज और इंसान होता.