मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि भारतीय टीम की क्रिकेट विश्व कप विजय ने उनके बेटे अजुर्न पर गहरा असर छोड़ा है लेकिन वह उस पर क्रिकेटर बनने का दबाव नहीं डालेंगे.
वानखेड़े स्टेडियम में संवाददाताओं से बात करते हुए तेंदुलकर ने कहा, ‘मैं 1983 विश्व कप में भारतीय टीम की जीत से प्रेरित हुआ था. 2011 की जीत ने मेरे बेटे अजुर्न पर गहरा असर छोड़ा है. मैं उस पर क्रिकेटर बनने का दबाव नहीं डालूंगा. वह तय कर सकता है कि वह क्या करना चाहता है.’
विश्व कप जीत के बाद मां की प्रतिक्रिया के बारे में सचिन ने कहा कि उन्होंने मां की आंखों में जीत की खुशी देखी. उन्होंने कहा, ‘जब मैं घर लौटा तो मेरी मां भावुक हो गईं और (उनकी आंखों में) खुशी के आंसू थे.’