सहारा इंडिया परिवार, प्रमुख व्यावसायिक संस्थान और भारत में खेलों के मुख्य प्रायोजक व प्रमोटर ने लन्दन में आयोजित होने वाले ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों को पुरस्कार देने की घोषणा की.
सहारा परिवार लन्दन ओलम्पिक 2012 में प्रत्येक भारतीय स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी को 5 किलो स्वर्ण का पदक, रजत पदक पाने वाले खिलाड़ी को 3 किलो स्वर्ण का पदक और कांस्य पदक पाने वाले खिलाड़ी को 2 किलो स्वर्ण का पदक देगा. टीम प्रतिस्पर्धा वाले खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम के प्रत्येक सदस्य में 5 किलो स्वर्ण बराबर-बराबर पदक के रूप में वितरित किया जाएगा और इसी प्रकार रजत पदक जीतने वाली टीम के प्रत्येक सदस्य में 3 किलो स्वर्ण तथा कांस्य पदक जीतने वाली टीम के प्रत्येक सदस्य में 2 किलो स्वर्ण बराबर-बराबर पदक के रूप में वितरित किया जायेगा.
सहारा इंडिया परिवार के मैनेजिंग वर्कर एवं चेयरमैन 'सहाराश्री' सुब्रत रॉय सहारा ने कहा, 'मैं पूरी दृढ़ता से यह विश्वास करता हूं कि प्रतिष्ठित ओलम्पिक खेलों में जो खिलाड़ी बतौर विजेता उभर कर आते हैं और हमारे देश के लिए सम्मान लाते हैं, शायद ही हम किसी सम्मान से उनके द्वारा किए गए अथक प्रयासों की बराबरी कर सकते हैं. यह अवार्ड हमारे द्वारा उन भारतीय खिलाड़ियों को सम्मानित करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिन्होंने हमारे प्यारे देश के लिए इस उच्चस्तरीय अन्तरराष्ट्रीय समारोह में सफलता एवं सम्मान अर्जित किया है.'
भारतीय क्रिकेट और हॉकी (पुरुष और महिला राष्ट्रीय एवं जूनियर हॉकी टीम) के प्रायोजक, आइपीएल क्रिकेट टीम और सहारा फोर्स इंडिया फॉर्मूला वन टीम के मालिक, सहारा इंडिया परिवार ने भारतीय मुक्के बाजी, कुश्ती, तीरंदाजी, निशानेबाजी, ट्रैक एंड फील्ड एवं टेनिस के इन 6 खेलों के 101 खिलाड़ियों जो कि पदक के संभावित विजेता हैं लन्दन ओलम्पिक 2012 और उसके बाद तक गोद लिया है.
इसके अतिरिक्त उसने भारतीय वालीबॉल की पुरुष राष्ट्रीय टीम (सीनियर एवं जूनियर) को 4 वर्ष की अवधि अर्थात वर्ष 2016 तक प्रायोजक बन सहयोग का विस्तार दिया है.