सायना नेहवाल ने ओलंपिक की महिला बैडमिंटन एकल स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया. शिन वैंग के चोटिल होने के कारण मैच से हटने पर साइना ने जीत हासिल की. वैंग के मैच से हटने पर साइना 18-21, 0-1 से पिछड़ रही थी.
गौरतलब है कि शुक्रवार को सायना नेहवाल लंदन ओलंपिक की बैडमिंटन प्रतियोगिता की एकल स्पर्धा के सेमीफाइनल में हार गई थी. सायना को शुक्रवार को चीन की वांग यहान ने 21-13, 21-13 से हराया था.
सायना का भाग्य ने भी साथ दिया तथा तीसरे स्थान के मैच में पिछड़ने के बावजूद चीन की दूसरी वरीय शिन वैंग के हटने से उन्हें पदक मिल गया जो लंदन ओलंपिक खेलों में भारत का तीसरा पदक है. दुनिया की दूसरी नंबर की खिलाड़ी वैंग ने घुटने की चोट के कारण दूसरे गेम में जब हटने का फैसला किया तब चौथी वरीय सायना पहला गेम गंवाने के बाद मैच में 18-21, 0-1 से पिछड़ रही थी.
वैंग हालांकि मैच के दौरान घुटने में लगी चोट के कारण मुकाबले में आगे नहीं खेल सकी और सायना ने ओलंपिक खेलों के इतिहास में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया. यह मुकबला 26 मिनट के बाद ही रोकना पड़ा. इससे पहले भारत के लिए लंदन खेलों में निशानेबाजों गगन नारंग ने 10 मीटर एयर राइफल में कांस्य और विजय कुमार ने 25 मीटर रेपिड फायर पिस्टल में रजत पदक जीता.
बीजिंग 2008 में भी क्वार्टर फाइनल में पहुंची दुनिया की पांचवें नंबर की खिलाड़ी सायना को हालांकि वैंग ने कड़ी टक्कर दी. धीमी शुरुआत के बाद वैंग ने जल्द ही लय हासिल कर ली और फिर इसके बाद मैच से हटने तक भारतीय खिलाड़ी पर दबदबा बनाए रखा. वैंग के ड्रॉप शॉट और क्रॉस कोर्ट शॉट दमदार थे जबकि सायना ने रैलियों में बेहतर प्रदर्शन किया. चीन की खिलाड़ी ने हालांकि सायना को अधिक रैली लगाने का मौका नहीं दिया जो भारतीय खिलाड़ी का मजबूत पक्ष है.
सायना ने इस बीच कुछ गलतियां भी की और आसानी से अंक भी गंवाए. उन्होंने कई शॉट नेट पर उलझाए जबकि कुछ शॉट बाहर भी मारे. सायना ने वैंग के खिलाफ तेज शुरुआत की और जल्द ही 5-2 की बढ़त बना ली. भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि इस बीच नेट पर आने की कोशिश की जिसे भांपते हुए वैंग ने लंबे शॉट लगाकर लगातार चार अंक जुटाए और 6-5 की बढ़त बना ली.
चीन की खिलाड़ी ने धीरे-धीरे दबदबा बनाना शुरू किया. सायना ने भी कुछ गलतियां की और उनके कुछ शॉट बाहर गए. वैंग ने 6-7 के स्कोर पर लगातार सात अंक जुटाकर 14-6 की मजबूत बढ़त बना ली. वैंग के क्रॉस कोर्ट और ड्रॉप शॉट ने भारतीय खिलाड़ी को काफी परेशान किया. सायना ने इस बीच वैंग को रैली में उलझाने की रणनीति अपनाई जिसका उसे फायदा भी मिला.
भारतीय खिलाड़ी ने 7-15 से पिछड़ने के बाद स्कोर 10-15 किया लेकिन चीन की खिलाड़ी ने 20-15 के स्कोर पर गेम प्वाइंट हासिल कर लिया. भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद चार ब्रेक प्वाइंट बचाए. इस दौरान 18-20 के स्कोर पर चीनी खिलाड़ी के पैर में चोट लग गई जिससे उसे कोर्ट पर ही उपचार करना पड़ा. चीन की खिलाड़ी ने हालांकि दोबारा मैच शुरू होने पर तुरंत ही अंक जुटाकर पहला गेम अपने नाम करते हुए 1-0 की बढ़त बना ली.
वैंग के चेहरे पर चोट का दर्द साफ झलक रहा था लेकिन उन्होंने मुकाबले से नहीं हटने का फैसला किया. वैंग ने दूसरे गेम में भी पहला अंक जीत लिया लेकिन इस दौरान शॉट खेलते हुए एक बार फिर उनके घुटने पर दबाव पड़ा और चीनी खिलाड़ी कोर्ट पर ही बैठ गई और इसके बाद मुकाबले के लिए दोबारा खड़ी नहीं हो सकी और मैच से हटने का फैसला किया जिससे सायना को कांस्य पदक मिला.