''वेस्टइंडीज टीम में ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जो कैरीबियन युग की फिर से शुरुआत कर सकते हैं. इसका वक्त भी आ गया है''
हमने यह नहीं कहा है कि हम विश्व कप जीत जाएंगे, लेकिन हम भरपूर कोशिश करेंगे. हर टीम का उत्थान और पतन होता रहता है और हम कोई अपवाद नहीं हैं. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इसी देश, भारत में हमने एक जबरदस्त मैच खेला था, फिर भी 1996 के विश्व कप में मोहाली में हम एक ठोस और जीतने वाली स्थिति में रहने के बावजूद सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गए थे.
पंद्रह वर्ष एक लंबा समय होता है और 2007 की असफलताएं हमारे पीछे हैं. यही वह समय था जब ब्रायन लारा रिटायर हुए थे और कैरीबियन क्रिकेट के साथ कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था. लेकिन इस समय, हमारे पास खिलाड़ियों का दिलचस्प जमावड़ा है और मैं उनसे अच्छे नतीजे की प्रतीक्षा कर रहा हूं. बांग्लादेश पर जीत शानदार थी, हालांकि घरेलू टीम के लिए यह थोड़ी अपमानजनक थी और इससे स्टेडियम के बाहर फसादशुरू हो गया था. केमार रॉश (3/19), डरेन सैमी (3/21) और सुलेमान बेन (4/18) ने सारा खेल सिर्फ 18.5 ओवरों में ही खत्म कर दिया था. इससे गेंदबाजों के मनोबल को भारी उछाल मिला था. रॉश विकेट लेते रहे हैं और श्रीलंका के लसिथ मलिंगा के साथ-साथ उन्होंने भी हैटट्रिक ली है. {mospagebreak}
बल्लेबाजी के लिए मैं क्रिस गेल, रामनरेश सरवन और शिवनारायन चंद्रपॉल पर भरोसा कर रहा हूं, जो वास्तव में कैरीबियन युग की फिर से शुरुआत कराने में मदद कर सकते हैं. आज के क्रिकेट में वैसा दबदबा किसी का भी नहीं है, जैसा कभी हमारा होता था, या कुछ वर्ष पहले तक ऑस्ट्रेलिया का था. एक दिन भारतीय बहुत शानदार क्रिकेट खेलते हैं, और अगले दिन इंग्लैंड खेलता है. पाकिस्तान का प्रदर्शन भी शानदार रहा है. वेस्टइंडीज के लिए हरेक मैच महत्वपूर्ण है. हम आयरलैंड के खिलाफ अपने अगले मैच के लिए मोहाली जा रहे हैं. बांग्लादेश, भारत और श्रीलंका में हमें परिस्थितियां एकदम ठीक लग रही हैं और हम क्रिकेट के अपने खेल का आनंद ले रहे हैं.
अभी तक हमने अच्छा क्रिकेट खेला है. यहां मैं श्रेष्ठतर दक्षिण अफ्रीका के हाथों मिली हार को अलग रखता हूं. मैंने अपने खिलाड़ियों से कहा है कि वे अपनी एकाग्रता बनाए रखें. तुलनाएं होंगी और कई लोग आज भी गैरी सोबर्स, क्लाइव लॉयड और विवियन रिचर्ड्स के चमकदार दिनों को याद करते हैं. कोई शक नहीं कि वेस्टइंडीज के मौजूदा खिलाड़ियों का प्रभामंडल वैसा नहीं है, लेकिन वे कम प्रतिभाशाली नहीं हैं.
''रिची रिचर्डसन वेस्टइंडीज टीम के कप्तान रह चुके हैं और फिलहाल उसके मैनेजर हैं.''