रोब निकोल और तिलकरत्ने दिलशान की तूफानी पारियों से रोमांच की पराकाष्ठा पर टाई छूटे मैच में श्रीलंका ने सुपर ओवर में न्यूजीलैंड को हराकर टी20 चैंपियनशिप के सुपर आठ में दो अंक हासिल किए.
न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 174 रन बनाये. श्रीलंका की टीम तेजतर्रार शुरुआत का फायदा उठाने में नाकाम रही और छह विकेट पर 174 रन ही बना पायी जिसके कारण परिणाम के लिये सुपर ओवर का सहारा लेना पड़ा.
श्रीलंका ने सुपर ओवर में पहले बल्लेबाजी की. टिम साउथी ने अपने इस ओवर में अच्छी गेंदबाजी की और माहेला जयवर्धने, तिसारा परेरा और तिलकरत्ने दिलशान को बाउंड्री नहीं लगाने दी. इस बीच उन्होंने तीन वाइड की जिससे श्रीलंका 13 रन बटोरने में सफल रहा.
लेसिथ मालिंगा ने यहां पर अपनी यार्कर का कमाल दिखाया तथा न्यूजीलैंड को केवल छह रन बनाने दिये. मार्टिन गुप्टिल और ब्रैंडन मैकुलम के पास मालिंगा की गेंदों का कोई जवाब नहीं था.
इससे पहले दोनों टीमों की पारियां सलामी जोड़ियों के करिश्माई प्रदर्शन के इर्द गिर्द घूमती रही. न्यूजीलैंड की तरफ से निकोल ने 40 गेंद पर तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से 58 रन बनाये तथा इस बीच गुप्टिल (34 गेंद पर 38 रन) के साथ पहले विकेट के लिये 57 रन की साझेदारी की.
श्रीलंका के लिये दिलशान (52 गेंद पर पांच चौके और तीन छक्कों की मदद से 75 रन) और कप्तान माहेला जयवर्धने (26 गेंद पर 44 रन) ने पहले विकेट के लिये केवल 44 गेंद पर 80 रन की साझेदारी करके टीम को तूफानी शुरुआत दिलायी लेकिन न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने गजब की वापसी करके मैच का टाई कर दिया. यह सातवां टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच था जो टाई छूटा. न्यूजीलैंड रिकार्ड चार टाई मैचों का हिस्सा रहा है. उसने सुपर ओवर में यह दूसरा मैच गंवाया.
इस मैच का दिलचस्प आंकड़ा यह रहा कि जयवर्धने और मैन आफ द मैच दिलशान ने अपनी पारियों के दौरान टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1000 रन भी पूरे किये.
जयवर्धने इस मुकाम पर पहुंचने वाले दुनिया के चौथे और श्रीलंका के पहले बल्लेबाज बने. दिलशान ने उनके कुछ देर बाद यह आंकड़ा छुआ. कुमार संगकारा (14 गेंद पर 21 रन) केवल 12 रन से इस मुकाम पर पहुंचने से चूक गये. श्रीलंका ने जिस तरह से शुरुआत की थी उससे लग रहा था कि वह आसानी से लक्ष्य हासिल कर लेगा. रोस टेलर ने स्पिनर नाथन मैकुलम से गेंदबाजी का आगाज कराया लेकिन दिलशान ने उनके पहले ओवर में ही दो चौके और छक्का जड़कर अपने इरादे साफ कर दिये.
साउथी को जयवर्धने और दिलशान दोनों ने निशाने पर रखा जिन्होंने पहले दो ओवर में 30 रन दिये. श्रीलंका ने पावरप्ले के छह ओवर में 68 रन बटोरे जो इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक है. जैकब ओरम ने जयवर्धने को आउट करके न्यूजीलैंड को पहली सफलता दिलायी जिन्होंने अपनी पारी में तीन चौके और इतने ही छक्के लगाये.
जयवर्धने का स्थान लेने के लिये आये संगकारा ने ओरम की लगातार गेंदों पर चौके लगाये लेकिन दिलशान के साथ गफलत में वह रन आउट हो गये. नये बल्लेबाज जीवन मेंडिस (8) अधिक देर तक नहीं टिक पाये लेकिन दिलशान जमे रहे. श्रीलंका को जब दो ओवर में 21 रन की दरकार थी तब दिलशान ने जेम्स फ्रैंकलिन की गेंद पर छक्का जड़कर रन और गेंद का अंतर कम किया लेकिन अगली गेंद पर तेजी से दूसरा रन चुराने के प्रयास में वह रन आउट हो गये.
इससे पहले निकोल और गुप्टिल के अलावा न्यूजीलैंड की तरफ से ब्रैंडन मैकुलम ने 16 गेंद पर 25 और कप्तान रोस टेलर ने 15 गेंद पर 23 रन बनाये. न्यूजीलैंड की पारी की खासियत उसके बल्लेबाजों का स्पिनरों के खिलाफ खुलकर खेलना रहा. अजंता मेंडिस पूरी तरह फिट नहीं थे लेकिन उन्हें टीम में चुना गया. उन्होंने चार ओवर में 48 रन लुटाये और एक विकेट लिया. निकोल ने उनके एक ओवर में तीन छक्के जड़कर कुल 24 रन बटोरे. इनमें से दूसरे छक्के से उन्होंने टी20 में अपना दूसरा अर्धशतक भी पूरा किया.
अपना पहला मैच खेल रहे अकिला धनंजय ने जरूर प्रभावशाली प्रदर्शन किया तथा 32 रन देकर दो विकेट लिये. धनंजय ने अपने पहले ओवर में ही गुप्टिल को आउट किया. उन्होंने अपनी ही गेंद पर कैच छोड़ा जिससे उनकी नाक भी चोटिल हो गयी.
मैकुलम ने धनंजय पर दो छक्के लगाये लेकिन अजंता मेंडिस की गेंद पर वह भी सीमा रेखा पर कैच थमा गये. निकोल जब तूफानी अंदाज अपना रहे थे तब धनंजय की गेंद पर छक्का जड़ने के प्रयास में उन्होंने सीमा रेखा पर कैच दिया. नुवान कुलशेखरा ने टेलर और जैकब ओरम (6) को अपने एक ओवर में आउट किया जिससे न्यूजीलैंड अंतिम दो ओवरों में अपेक्षित तेजी से रन नहीं बना पाया.