19 फरवरी 2011 से 14 देशों के बीच खेला जाने वाला क्रिकेट का महाकुंभ 13 स्टेडियम में खेला जाएगा. इसका पहला मैच 'शेरे बंगला स्टेडिमय' मीरपुर जो कि बांग्लोदश की राजधानी ढाका में होगा. इस महाकुंभ का अंतिम और खिताबी मुकाबला भारत की वाणिज्य नगरी मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में होगा. एशिया में होने वाले इस विश्व कप का हिस्सा पाकिस्तान भी था लेकिन श्रीलंकाई टीम पर 3 मार्च 2009 में लाहौर हमले के बाद आईसीसी ने उसे आयोजन स्थलों की सूची से हटा दिया. जाने कहां और किन स्टेडियमों में होंगे क्रिकेट विश्व कप 2011 के मैच:
ईडन गार्डंस, कोलकाता
स्थापना: 1864
क्षमता: 90,000{mosimage}
ईडन गार्डंस स्टेडियम भारत के प्राचीन स्टेडियम में से एक है. इस स्टेडियम की तुलना लार्ड्स से की जाती है. इस मैदान पर सबसे पहला मुकाबला भारत और इंग्लैंड के बीच 5 से 8 जनवरी 1934 को खेला गया था. तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का यह दुसरा मुकाबला था जो ड्रा रहा था. वहीं इसपर सबसे पहला वनडे मैच 24 दिसंबर 1987 को भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ खेला था. इस मैच में पाकिस्तान ने 2 विकेट और 3 गेंद शेष रहते जीत दर्ज की थी. इस मुकाबले में के श्रीकांत ने शानदार शतक लगाया था. इसी मैदान पर वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ की जोड़ी ने रिकार्ड साझेदारी करके ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट मैच में शिकस्त दी थी. यह मैदान भारतीय खिलाडि़यों के लिए काफी भाग्यशाली रहा है क्योंकि यही से ही भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले और ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को ऑस्ट्रेलिया व पाकिस्तान के खिलाफ ख्याति प्राप्त हुई.
फिरोज शाह कोटला, नई दिल्ली
स्थापना: 1883
शहर: दिल्ली{mosimage}
1883 में बने दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में भारत के लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में दस के दस विकेट लेने का कारनामा किया था. कोटला मैदान में 5 टेस्ट मैचों की पहली सीरीज 1948-49 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलगी गई थी. इसके बाद 1952 में यहां पाकिस्तान खिलाड़ी हेमू अधिकारी और गुलाम अहमद ने 10वें विकेट के लिए खेलते हुए 109 रनों की रिकार्ड साझेदारी भी की. 1965 में एस वेंकेटर राघवन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पर्दापण करते हुए उसे पूरी तरह से धराशाही कर दिया था.उन्होंने पहली पारी में 72 रन देकर 8 विकेट जबकि दूसरी पारी में 4 विकेट 80 रन पर प्राप्त किए थे. 1969-70 में बेदी और प्रसन्ना ने भारत को आस्ट्रेलिया पर सात विकेट से जीत दिलाई. दोनों स्पिनर गेंदबाजों ने इस मैच में 18 विकेट झटके.{mospagebreak} 1983-84 में सुनील गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट में 29वां शतक लगाकर डॉन ब्रैडमैन के रिकार्ड की बराबरी भी यहीं पर की थी. वहीं 2005-06 में सचिन तेंदलुकर ने इसी मैदान पर गावस्कर के टेस्ट क्रिकेट में 35 शतक के रिकार्ड को ध्वस्त किया था. इस मैदान पर आखिरी टेस्ट मैच आस्ट्रेलिया और भारत के बीच 29 अक्टूबर से 2 नवंबर के बीच खेला गया था जो ड्रा रहा. इस मैदान पर पहला वनडे श्रीलंका और भारत के बीच 15 सितंबर 1982 को खेला गया था जिसमें भारत ने 6 विकेट से जीत दर्ज की थी.हांलाकि दिसंबर 2009 में श्रीलंका और भारत के बीच हुए एक वनडे मुकाबले में कोटला की पिच को खतरनाक बताते हुए उस मैच को रद्द करना पड़ा था. जिसके बाद इस मैदान पर विश्व कप की मेजबानी के लिए संकट गहराने लग थे, लेकिन आईसीसी ने दौरा करने के बाद इस मैदान को विश्व कप के मैचों के लिए हरी झंडी दे दी.
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम, बैंगलोर
स्थापना: 1969
क्षमता: 40,000{mosimage}
इस स्टेडियम का असली नाम कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम है. बाद में इसका नाम एम चिन्नास्वामी के नाम पर रख दिया गया जो 1977-1980 तक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष रहे थे. इस मैदान पर पहला मैच 1974-75 वेस्टइंडीज और भारत के बीच खेला गया जिसमें विंडीज ने 267 रनों से जीत हासिल की. वहीं, इस मैदान पर पहला वनडे श्रीलंका और भारत के बीच 26 सितंबर 1982 को खेला गया जिसमें भारत को 6 विकेट से जीत मिली. इस मैदान पर पाकिस्तान के खिलाड़ी इंजमाम उल हक ने अपने 100वें टेस्ट क्रिकेट मैच में शतक जड़ा जबकि भारतीय स्पिनर अनिल कुंबले ने 400 टेस्ट विकेट पूरे किए.
एमए चिदंबरम स्टेडियम, चेपक, चेन्नई
क्षमता: 50,000
शहर: तमिलनाडु{mosimage}
इस मैदान पर डग्लस जार्डिंस (इंग्लैंड) और सीके नायडू (भारत) की कप्तानी में पहला टेस्ट मैच 10 से 13 फरवरी 1934 में खेला गया था जिसमें इंग्लैंड ने 202 रनों से जीत हासिल की थी. इस मैदान पर ही रणजी मुकाबलों में पहला रिकार्ड भी बना जब एजी राम सिंह ने मद्रास के खिलाफ एक दिन में 11 विकेट लेकर मैसूर को जीत दिलाई. 1951-52 में भारत ने इस मैदान पर ही इंग्लैंड को पारी और आठ रनों से हराया था. {mospagebreak}वहीं 1983-84 में भारतीय बल्लेबाज सुनिल गावस्कर ने यहां पर रिकार्ड 30वां टेस्ट शतक भी जड़ा था. पाकिस्तान के बल्लेबाज सईद अनवर ने भी इसी मैदान पर 1997 में 194 रन बनाए थे.
महिंदा राजपक्षे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, शौर्याविवा, हमबंतोता
स्थापना: 2009
क्षमता: 35,000{mosimage}
2009 में बने इस मैदान में अभी कोई अंतरराष्ट्रीय मुकाबला नहीं खेला गया है. लेकिन विश्व कप के मैचों के हिसाब से यह स्टेडियम वाकई में बेहद सुंदर और अच्छा साबित होगा. इस स्टेडियम को पहाडि़यों पर बनाया गया है जिसमें बैठकर मैच देखना का अपना एक अगल मजा है. इस स्टेडियम के आसपास प्राकृतिक सौंदर्य भी काफी देखना को मिलता है.
पल्लीकिली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम
स्थापना: 2009
क्षमता: 35,000{mosimage}
श्रीलंका द्वारा बनाए गए इस स्टेडियम का निमार्ण भी 2009 में ही हुआ है. हांलाकि इस मैदान पर श्रीलंका और वेस्टइंडीज के बीच 1 से 5 दिसंबर 2010 को एक टेस्ट मैच खेला जा चुका है. श्रीलंका में तीन जगह विश्व कप के मैचों का आयोजन किया गया है और तीनों ही स्टेडियम बेहद ही सुंदर है. यहां पर आपको शांत वातावरण के अलावा बेहद आकृषित करने वाला प्राकृतिक सौंदर्य भी अपनी तरफ खींचता है.
पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम, मोहाली, चंडीगढ़,
स्थापना: 1993
शहर: चंडीगढ़{mosimage}
पंजाब के चंडीगढ़ में बना यह स्टेडियम विश्व प्रसिद्ध है. इस मैदान पर 10 से 14 दिसंबर 1994 को भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट मैच खेला गया था. जिसमें विंडीज ने 243 रनों से जीत हासिल की थी. जबकि 22 नवंबर 1993 को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीख् खेले गए पहले एक दिवसीय मुकाबले को भारत ने 43 रनों से जीता था.{mospagebreak} इसी स्टेडियम में 1996 के विश्व कप का सेमीफाइनल मुकाबला खेला गया था जो ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच हुआ था.
आर प्रेमदासा स्टेडियम, कोलंबो
स्थापना: 1986
क्षमता: 35,000{mosimage}
यह स्टेडियम श्रीलंका के प्राचीन और प्रसिद्ध स्टेडियमों में है. इस स्टेडियम का नाम श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति राणासिंघे प्रेमदासा के नाम पर रखा गया. इस मैदान पर (6 विकेट पर 952 रन) टेस्ट क्रिकेट का सर्वाधिक स्कोर भी बना जो श्रीलंका ने 1997-98 में भारत के खिलाफ बनाया था. जिसमें श्रीलंका के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या (340) और रोशन महानामा (225) ने दूसरे विकेट के लिए 576 रनों की साझेदारी करके दूसरे विकेट के लिए टेस्ट क्रिकेट में एक रिकार्ड स्थापित किया था.
सरदार पटेल स्टेडियम, मोटेरा, अहमदाबाद
स्थापना: 1982
क्षमता: 54,000{mosimage}
यह स्टेडियम साबरमती नदी के किनारे बनाया गया है. अहमदाबाद सरकार ने इस स्टेडियम के लिए 50 एकड़ जमीन देने के साथ ही मात्र 9 महीनों के अंदर ही इसका निमार्ण कार्य पूरा किया. इस स्टेडियम को मोटेरा के नाम से भी जाना जाता है. इस स्टेडियम में पहला टेस्ट मैच 12 से 16 नवंबर 1983 को भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया. हालांकि भारत को इस मुकाबले में 138 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी. वहीं, 5 अक्टूबर 1984 को हुए पहले वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 7 विकेट और 3 गेंद शेष रहते करारी मात दी. इसी मैदान पर सुनील गावस्कर ने अपने 10,000 टेस्ट रन पूरे किए. वहीं कपिल देव ने इसी मैदान पर टेस्ट क्रिकेट में अपना 432वां विकेट हासिल करने के साथ ही रिचर्ड हेडली को पछाड़ा.
शेरे बंगला स्टेडिमय, मीरपुर, ढाका
स्थापना: 2006
क्षमता: 25,000{mosimage}
इस स्टेडियम का नाम बांग्लादेश के लिए महान स्वतंत्रता सैनानी एके फजलूल हक के नाम पर पड़ा. इस स्टेडियम का निमार्ण पहले फुटबाल और एथलीट के लिए कराया गया था लेकिन बांग्लादेश सरकार ने फिर से क्रिकेट के लिए भी बनाया. इस मैदान पर पहला टेस्ट मैच 25 से 27 मई 2007 को बांग्लादेश और भारत के बीच खेला गया. जिसमें भारत ने पारी और 239 रनों से जीत दर्ज कराई.{mospagebreak} वहीं इस मैदान पर पहला वनडे मुकाबला 8 दिसंबर 2006 को बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के बीच खेला गया. जिसमें मेजबानों से शानदार प्रदर्शन करते हुए जिम्बाब्वे को मात्र 146 रन पर ढेर करके आठ विकेट और 106 गेंद शेष रहते यह मुकाबला अपने नाम किया.
विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन ग्राउंड, नागपुर
क्षमता: 40,000{mosimage}
भारत में संतरों के लिए मशहूर शहर है नागपुर. यह मैदान भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर दोनों के लिए ही बहुत खास है. नागुपर का यह मैदान तेज गेंदबाजों को काफी मदद करता है. इस मैदान पर पहला टेस्ट मैच 3 से 8 अक्टूबर 1969 को भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था. जिसमें न्यूजीलैंड ने 167 रनों से बाजी मारी. हांलाकि 23 जनवरी 1985 को इस मैदान पर खेले गए पहले वनडे मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को 3 विकेट और 14 गेंद शेष रहते परास्त किया था.
वानखेडे स्टेडियम, मुंबई
स्थापना: 1974
क्षमता: 45,000{mosimage}
मुंबई को भारतीय क्रिकेट की राजधानी कहा जाता है. यहां पर क्रिकेट के तीन मैदान है. भारत में खेला गया पहला टेस्ट मैच भी इसी शहर में आयोजित किया गया था. जो 1933-34 में इंग्लैंड और भारत के बीच जिमखाना ग्राउंड पर खेला गया था. इसके बाद मुंबई में स्थित ब्राबोर्न मैदान पर भी 17 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं. इस मैदान पर पहला टेस्ट मैच 23 से 29 जनवरी 1975 को खेला गया. इस मुकाबले में वेस्टइंडीज ने भारत को 201 रनों से हराया. वहीं 17 जनवरी 1987 को खेले गए पहले वनडे में भारत ने श्रीलंका को 10 रनों से शिकस्त दी. {mospagebreak}इस मैदान पर सुनील गावस्कर ने 205 रनों की शानदार पारी खेली थी. इस मैदान पर किसी भारतीय का सर्वाधिक स्कोर विनोद कांबली (224) ने 1992-93 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था. इसी मैदान पर रवि शास्त्री ने प्रथम श्रेणी मैच में लगातार छह छक्कों का रिकार्ड भी बनाया था.
जौहर अहमद चौधरी स्टेडियम, चटगांव{mosimage}
वर्ष 2004 में अंडर-19 विश्व कप के लिए इस स्टेडियम का निमार्ण कराया गया था. जिसके बाद इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जनवरी 2006 में हरी झंडी दे दी गई. इस स्टेडियम में पहला टेस्ट मैच 28 से 3 फरवरी 2006 को खेला गया जिसमें श्रीलंका ने बांग्लादेश को 8 विकेट से शिकस्त दी थी. वहीं 25 फरवरी 2006 को खेले गए पहले वनडे मुकाबले में श्रीलंका ने बांग्लादेश को 78 रनों से मात दी.