लंदन ओलंपिक की यात्रा रद्द करने के लिए दबाव का सामना कर रहे सुरेश कलमाड़ी ने शनिवार को अजय माकन पर पलटवार करते हुए खेल मंत्री पर उनके खिलाफ अभियान चलाने का आरोप लगाया और साथ ही माकन के इस्तीफे की भी मांग की.
दिल्ली की अदालत ने शुक्रवार को कलमाड़ी को लंदन ओलंपिक जाने की स्वीकृति दे दी थी. कलमाड़ी ने कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ माकन को इस तरह की प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए थी और उन्होंने प्रधानमंत्री से खेल मंत्री से इस्तीफा मांगने का आग्रह किया है.
कलमाड़ी ने कहा, ‘आगामी ओलंपिक के लिए मुझे लंदन यात्रा की स्वीकृति देने के माननीय अदालत के फैसले पर अजय माकन की प्रतिक्रिया पढ़कर मैं स्तब्ध हूं. माकन का अदालत के फैसले के खिलाफ जाना खेल मंत्री के लिए अनुचित है जिसे देखते हुए मैं हमारे प्रधानमंत्री से आग्रह करता हूं कि वह इस तरह की टिप्पणी और बयान के लिए माकन से इस्तीफा मांगे.’
कलमाड़ी ने माकन पर खेल महासंघों की कार्यशैली में हस्तक्षेप और ‘गुटबाजी’ पैदा करने का आरोप लगाया जिससे अंतत: ओलंपिक में खिलाड़ियों का प्रदर्शन प्रभावित होगा. कलमाड़ी ने कहा, ‘माकन का भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को धमकाना कि वह यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि मैं भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा नहीं रहूं, दर्शाता है कि उन्हें स्वायत्त खेल संस्थाओं की कार्यशैली की जानकारी नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘मैं लंदन ओलंपिक के साथ हो रही आईएएफ की बैठक में एथलेटिक्स महासंघों के अंतरराष्ट्रीय संघ (आईएएएफ) की परिषद के सदस्य के रूप में हिस्सा लूंगा. मुझे खेल मंत्रालय से किसी तरह के समर्थन की जरूरत नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए केंद्रीय खेल मंत्री का यह आरोप कि ओलंपिक में मेरा प्रतिनिधित्व ओलंपिक की भावना को समाप्त कर देगा, दर्शाता है कि माकन खेलों की भावना उपेक्षा कर रहे हैं.’ राष्ट्रमंडल खेलों से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोपों में तिहाड़ जेल में लगभग एक साल बिताने के बाद कलमाड़ी फिलहाल जमानत पर रिहा हैं. कलमाड़ी ने कहा कि जब तक दोष साबित नहीं होता तब तक वह निर्दोष हैं और इसलिए अंतराष्ट्रीय एथलेटिक संस्था के आमंत्रण पर उनकी लंदन यात्रा पर लोगों का सवाल उठाना अनुचित है.
उन्होंने कहा, ‘काफी कुछ कहा गया, लेकिन लगता है कि माकन भूल गए कि आईओए अध्यक्ष के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान ही भारत ने राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों दोनों में सर्वाधिक पदक जीते. राष्ट्रमंडल खेल महासंघ ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल अब तक के सर्वश्रेष्ठ खेल थे.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे तीन बार सर्वसम्मति से आईओए में चुना गया, यह खेल इकाई के भरोसे को दर्शाता है. कानून के मुताबिक दोषी नहीं पाए जाने तक मैं निर्दोष हूं. माननीय उच्च न्यायालय में मेरी जमानत याचिका में स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि मेरे खिलाफ कोई वित्तीय आरोप साबित नहीं हुए हैं. भ्रष्टाचार के कोई आरोप साबित नहीं हुए हैं.’
कलमाड़ी ने कहा कि राष्ट्रीय खेल महासंघों की कार्यशैली में माकन के हस्तक्षेप से देश में खेलों के लिए समस्या और गुटबाजी पैदा हो रही है जिससे अंतत: ओलंपिक में खिलाड़ियों का प्रदर्शन प्रभावित होगा. उन्होंने कहा, ‘ऐसे समय जब भारतीय खेल राष्ट्रीय खेल महांसघों, कोचों और खिलाड़ियों के सामूहिक प्रयास से आगे बढ़ रहा है तब खेल मंत्रालय का खिलाड़ियों के ट्रेनिंग कार्यक्रम में किसी भी तरह का हस्तक्षेप केवल खेलों में हिस्सा ले रहे हमारे खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर प्रतिकूल असर डालेगा.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मेरे खिलाफ माकन का यह अभियान लंदन ओलंपिक में हिस्सा ले रहे अधिकारियों और भारतीय खिलाड़ियों के बीच दरार डालने के लिए है.’
कलमाड़ी ने कहा, ‘इस बार भारत के पास सर्वाधिक पदक जीतने का अच्छा मौका है और इस समय खिलाड़ियों के हम में संदेह कि किसी भी तरह के बीच बोना गैरजरूरी है.’ उन्होंने कहा, ‘लगता है कि माकन भूल गए हैं कि मुझे अदालत ने आईएएएफ परिषद के आमंत्रण पर 28 जुलाई से 13 अगस्त तक खेलों के लिए लंदन जाने की स्वीकृति दी है.’