पूर्व विश्व चैम्पियन सुशील कुमार ने भरोसा जताया कि वह अगले साल मार्च में कजाखस्तान में एशियाई चैम्पियनशिप के जरिये लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लेंगे.
सुशील ने कहा, ‘मुझे मार्च में पहली क्वालीफाइंग प्रतियोगिता के साथ लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का भरोसा है.’
एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के बाद भी पहलवानों को लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के दो और मौके मिलेंगे जब अप्रैल में चीन और मई में फिनलैंड में लगातार दो प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा.
लेकिन सुशील ने कहा कि उन्हें कजाखस्तान में पहले क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के साथ ही लंदन खेलों में जगह बनाने का विश्वास है.
भारत में कुश्ती के प्रमोटरों के सम्मान में आयोजित समारोह के इतर सुशील ने कहा, ‘अगर मैं कजाखस्तान में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में सफल नहीं भी रहता हूं तो भी फिटनेस स्तर बरकरार रखना मुश्किल नहीं होगा क्योंकि अन्य टूर्नामेंटों का आयोजन भी जल्द ही होगा. इसलिए लय बरकरार रखना आसान होगा लेकिन मुझे मार्च में ही क्वालीफाई करने का विश्वास है.’
इस बीच सुशील ने जनवरी से अमेरिका के कोलोराडो स्प्रिंग्स में एक महीने की ट्रेनिंग की तैयारी कर ली है. सुशील ने इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि खिलाड़ियों में किसे पहले भारत रत्न दिया जाना चाहिए.
यह पूछने पर कि वह किसी पहलवान के नाम की सिफारिश इस सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार के लिए करना चाहेंगे, सुशील ने कहा, ‘मैं भारत रत्न के लिए सतपाल जी के नाम की सिफारिश करना चाहूंगा.’