टी-20 वर्ल्ड कप में अभी तक विजयी रथ पर सवार ऑस्ट्रेलियाई टीम रविवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले सुपर-8 मुकाबले को जीतकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करने के इरादे से उतरेगी.
वहीं दक्षिण अफ्रीका टीम को टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत की जरूरत पड़ेगी.
जॉर्ज बैली की अगुवाई वाली टीम ने शुक्रवार रात 2007 के चैंपियन भारत को नौ विकेट से करारी शिकस्त दी जिससे टीम का मनोबल काफी ऊंचा है.
इससे पहले उसने ग्रुप बी में आयरलैंड और वेस्टइंडीज को हराया था और इसलिए इस मैच में उसका पलड़ा भारी माना जा रहा है.
दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका ने सुपर आठ में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला मैच जीत की स्थिति में होने के बावजूद गंवा दिया था.
दक्षिण अफ्रीका की जीत पक्की लग रही थी लेकिन उमर गुल को उन्होंने खुलकर खेलने का मौका दिया और उसकी टीम फिर से चोकर बन गई.
दक्षिण अफ्रीका की टीम यदि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फिर से इस तरह की गलतियां दोहराती है तो इसका मतलब उसका टूर्नामेंट से बाहर होना होगा और इससे बड़े टूर्नामेंट में आखिरी क्षणों में हारने के कारण उस पर लगा चोकर का ठप्पा गहरा हो जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया अभी बेहतरीन फार्म में चल रहा है. उसके शीर्ष क्रम के बल्लेबाज खूब रन बटोर रहे हैं जबकि मुख्य गेंदबाज विकेट हासिल करने में पीछे नहीं हैं.
दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे बड़ी चिंता ऑस्ट्रेलिया की विस्फोटक सलामी जोड़ी शेन वाटसन और डेविड वार्नर पर अंकुश लगाना होगा जो टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की सबसे सफल जोड़ी मानी जाती है.
इन दोनों ने भारतीय गेंदबाजों की बेरहमी से धुनाई की जिससे ऑस्ट्रेलिया ने मैच एकतरफा बना दिया था.
तेज गेंदबाज पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और वाटसन ने भी प्रेमदासा स्टेडियम की धीमी पिच पर तेज और उछाल हासिल करके भारतीय बल्लेबाजों को नहीं टिकने दिया था.
यह अलग बात है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ लीग मैच में वे खर्चीले साबित हुए थे.
बाएं हाथ के स्पिनर ब्रैड हाग ने तीन मैचों में दो विकेट लिए हैं. वह किफायती साबित हुए हैं और यदि पिच स्पिनरों को मदद करती है तो वह काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं.