टी-20 वर्ल्ड कप के उद्घाटन मैच में मेजबान श्रीलंका ने जिंबाब्वे की टीम को 82 रनों से करारी शिकस्त दी. रहस्यमयी स्पिनर अजंता मेंडिस ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन किया तो जीवन मेंडिस ने आलराउंड खेल दिखाया जिससे श्रीलंका ने आसानी से जीत दर्ज की.
मैच शुरू से ही मेंडिस मय बन गया था. जीवन ने पहले टीम को धीमी शुरुआत से उबारा और बाद में अजंता के साथ मिलकर जिंबाब्वे की बल्लेबाजी को तहस नहस करने में अहम भूमिका निभाई. टीम में वापसी करने वाले अजंता मेंडिस ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए आठ रन देकर छह विकेट लिए.
जीवन ने 30 गेंद पर नाबाद 43 रन बनाने के बाद में 24 रन देकर तीन विकेट हासिल किए. श्रीलंका पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर तिलकरत्ने दिलशान (28 गेंद पर 39 रन) के अच्छे प्रयासों के बावजूद 12 ओवर में तीन विकेट पर 86 रन ही बना पाया था.
इसके बाद कुमार संगकारा (28 गेंद पर 44) और जीवन मेंडिस के बीच चौथे विकेट के लिये 94 रन की साझेदारी से वह चार विकेट पर 182 रन का मजबूत स्कोर बनाने में सफल रहा.
जिम्बाब्वे की टीम इसके जवाब में 17.3 ओवर में 100 रन पर ढेर हो गई. श्रीलंका ने इस तरह से ग्रुप सी में इस बड़ी जीत से दो अंक हासिल किए. उसका अगला मुकाबला अब 22 सितंबर को दक्षिण अफ्रीका से होगा.
अजंता मेंडिस का कहर यहीं पर नहीं थमा. उन्होंने अपने अगले ओवर में मास्काद्जा की गिल्लियां बिखेरकर जिंबाब्वे का स्कोर तीन विकेट पर 43 रन कर दिया. अजंता ने अपने पहले स्पेल में दो ओवर में तीन रन देकर तीन विकेट लिये.
क्रेग इर्विन (10) ने तिसारा परेरा पर छक्का लगाया लेकिन इसके बाद जीवन मेंडिस ने गेंद संभाली और अपनी ऑफ स्पिन से पहले ओवर में ही इर्विन और मैलकम वालेर को पवेलियन की तरफ चलता कर दिया. एल्टन चिगुंबुरा (19 गेंद पर 19 रन) ने जीवन पर छक्का जमाया तो अजंता ने दूसरे स्पेल में आते ही उनके ऑफ स्टंप की गिल्ली गिरा दी.
अजंता ने प्रास्पर उत्सेया और काइल जार्विस को भी पवेलियन भेजा और इस तरह से टी-20 अंतरराष्ट्रीय में दो बार एक पारी में छह विकेट लेने का अनोखा रिकार्ड बनाया.
इससे पहले श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने जिंबाब्वे के लचर क्षेत्ररक्षण का फायदा भी उठाया तथा संगकारा और जीवन मेंडिस के प्रयासों से आखिरी आठ ओवरों में 96 रन बनाए. संगकारा ने अपनी पारी में दो चौके और एक छक्का जबकि जीवन मेंडिस ने चार चौके और एक छक्का लगाया.
स्पिनरों ने बीच के ओवरों में श्रीलंकाई बल्लेबाजों पर लगाम लगाए रखी और पावरप्ले के बाद छह ओवर में 33 रन दिए. इस बीच तीन विकेट भी गिरे.
मुनावीरा के आउट होने के बाद दिलशान भी जल्द ही पवेलियन लौट गए. लेग स्पिनर ग्रीम क्रेमर की लेग ब्रेक उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर ब्रेंडन टेलर के दस्तानों में चली गई.
उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके लगाए. कप्तान माहेला जयवर्धने (18 गेंद पर 13 रन) टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 1000 रन पूरे करने वाले तीसरे बल्लेबाज बनने के करीब थे लेकिन इससे छह रन पहले ही वह दूसरा रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गए.
ऐसे हालात में जीवन मेंडिस ने गेंदबाजों पर हावी होने का बीड़ा उठाया. उन्होंने क्रेमर पर लगातार दो चौके जड़कर उनका गेंदबाजी विश्लेषण बिगाड़ने के बाद एल्टन चिंगुबुरा की गेंद छह रन के लिए भेजी.
गेंद भले ही नियमित रूप से सीमा रेखा पार नहीं गई हो लेकिन जीवन मेंडिस और संगकारा ने विकेटों के बीच अपनी तेज दौड़ से रन जुटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. संगकारा आखिरी ओवर में क्रिस मोफु पर छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर रन आउट हुए. तिसारा परेरा (नाबाद छह) ने भी इस ओवर में छक्का लगाया.