भारत की तरह श्रीलंका को भी स्पिनरों के लिये स्वर्ग माना जाता है लेकिन ट्वेंटी 20 विश्व चैंपियनशिप से पहले अभ्यास मैचों को देखकर लगता है कि इस टूर्नामेंट में स्पिनरों की तुलना में तेज गेंदबाजों की अधिक तूती बोल सकती है.
टूर्नामेंट में भाग लेने वाली विभिन्न टीमों के बीच 13 से 17 सितंबर तक खेले गये दस अभ्यास मैचों पर गौर करें तो कुछ मैचों को छोड़कर अधिकतर में तेज या मध्यम गति के गेंदबाजों का दबदबा रहा. इन मैचों में तेज गेंदबाजों ने 75 तो स्पिनरों ने 35 विकेट लिये.
भारत सहित अधिकतर टीमों ने अपने स्पिनरों के बजाय तेज गेंदबाजों पर अधिक भरोसा दिखाया. भारत ने अपने दोनों अभ्यास मैचों में तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों का उपयोग किया.
श्रीलंका के खिलाफ मैच में तेज गेंदबाज इरफान पठान ने पांच और लक्ष्मीपति बालाजी ने तीन विकेट लिये लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ ये प्रभावी नहीं रहे जिसमें ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने चार विकेट हासिल किये.
ऑस्ट्रेलिया का स्पिन विभाग में पूरा दारोमदार लेग स्पिनर ब्रैड हाग पर टिका है. उन्होंने अभी तक अच्छा प्रदर्शन करके टीम को निराश नहीं किया लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने अपने आक्रमण में चार तेज गेंदबाज रखे हैं. यही स्थिति दक्षिण अफ्रीका की है जिसने रोबिन पीटरसन के रूप में एकमात्र स्पिनर रखा है.
दक्षिण अफ्रीका की न्यूजीलैंड पर जीत में डेल स्टेन ने अहम भूमिका निभायी. उन्होंने इस मैच में 25 रन देकर चार विकेट लिये. उन्हें एल्बी मोर्कल और लोनवाबो सोतसोबे का अच्छा सहयोग मिला.
मेजबान श्रीलंका के स्पिन विभाग की जिम्मेदारी रंगना हेराथ पर है लेकिन कप्तान माहेला जयवर्धने ने अभ्यास मैचों में संकेत दिये कि वह अपने तेज गेंदबाज लसिथ मालिंगा, नुवान कुलशेखरा, शमिंडा ईरांगा और तिसारा परेरा पर ही अधिक भरोसा दिखाएंगे.
वेस्टइंडीज को जरूर सुनील नारायण से करिश्माई प्रदर्शन की उम्मीद है लेकिन अभ्यास मैचों में उसके गेंदबाजों ने जो आठ विकेट लिये उनमें से छह तेज गेंदबाजों के खाते में गये.
फिडेल एडवर्ड्स, रवि रामपाल और कप्तान डेरेन सैमी उसकी तेज गेंदबाजी त्रिमूर्ति हैं जिनके हर मैच में खेलने की संभावना है.
पाकिस्तान के पास सईद अजमल, शाहिद अफरीदी और मोहम्मद हफीज के रूप में उपयोगी स्पिनर हैं जो यहां सफल हो सकते हैं लेकिन उमर गुल अब भी टीम के मैच विजेता गेंदबाज हैं.
आयरलैंड और जिम्बाब्वे के बीच अभ्यास मैच में आयरिश स्पिनर अलेक्स कुसाक ने तीन ओवर में छह रन देकर तीन विकेट लिये और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभायी लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि इस मैच में जो 13 विकेट गिरे उनमें दस विकेट तेज और मध्यम गति के गेंदबाजों ने लिये.