कहते हैं हर सफल आदमी के पीछे एक महिला का हाथ होता है. लंदन ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले भारतीय पहलवान सुशील कुमार की कामयाबी के पीछे भी एक महिला ही छुपी हुई है. ये महिला हैं सुशील कुमार की पत्नी सावी सोलंकी.
जब सुशील कुमार अपने प्रतिद्वंदी से दो-दो हाथ कर रहे थे तब उनकी हौसलाफजाई करने वाले हॉल में मौजूद लोगों में उनकी पत्नी सावी भी थी. सावी ने हर मुकाबले में उनका जमकर उत्साह बढ़ाया.
हेडलाइंस टुडे से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, 'हमारी शादी को करीब एक साल हुआ है लेकिन हमने साथ में सिर्फ दो महीने ही गुजारे हैं. सुशील कुश्ती की प्रैक्टिस में काफी व्यस्त रहते हैं और वो घर-परिवार के लिए कम वक्त ही निकाल पाते हैं'.
उन्होंने कहा, 'ये उनकी कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि वो कुश्ती में अब वही जगह रखते हैं जो कि क्रिकेट में सचिन और शतरंज में विश्वनाथन आनंद रखते हैं.'
उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ सालों में सुशील ने कड़ा संघर्ष किया है और हमें इस बात की खुशी है कि वो ट्रेनिंग के लिए बेलारूस व अन्य देशों में भी गए.'
साफ है कि लगातार दो ओलंपिक में व्यक्तिगत तौर पर मेडल जीतने का कीर्तिमान स्थापित करने वाले सुशील कुमार की इस उपलब्धि के पीछे उनके परिवार खासतौर पर उनकी पत्नी का त्याग और बलिदान छिपा है.