गौतम गंभीर और उन्मुक्त चंद के कोच संजय भारद्वाज का मानना है कि भारत को अंडर-19 विश्व कप दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाला उनका जूनियर शिष्य अपने सीनियर साथी से अधिक प्रतिभाशाली है.
भारद्वाज ने कहा, ‘गौतम जब उन्मुक्त की उम्र का था यदि उसे मानदंड माना जाए तो निश्चित तौर पर उन्मुक्त अधिक प्रतिभाशाली है. यदि आप उन्मुक्त के करियर ग्राफ को देखो तो सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उसने हर मौके का पूरा फायदा उठाया. गौतम को उन्मुक्त की तुलना में अधिक संघर्ष करना पड़ा.’
उन्होंने कहा, ‘मैं केवल ईश्वर का शुक्रिया अदा कर सकता हूं कि उसने गौतम और उन्मुक्त के गाइड के रूप में मुझे चुना. यह उनका कौशल था जिसके कारण कोच के रूप मेरा कद बढ़ा है. मैंने उन्हें सिर्फ रास्ता दिखाया. वे अपने समर्पण के दम पर आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं.’
उन्मुक्त की सीनियर टीम में जगह बनाने की संभावना के बारे में उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि 2013 के शुरू में उन्मुक्त को सीनियर टीम में होना चाहिए. निश्चित तौर पर उसे अच्छा प्रदर्शन करना होगा लेकिन उसके पास अच्छा प्रदर्शन करने के लिये प्रतिभा है और इच्छाशक्ति है.’