भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने खुलासा किया कि खिलाड़ियों को मोहाली में समय पर खाना नहीं परोसा गया था और बुधवार को पाकिस्तान के खिलाफ हाई वोल्टेज क्रिकेट विश्व कप सेमीफाइनल के टॉस से महज कुछ देर पहले ही उन्हें लंच दिया गया था.
उन्होंने कहा कि चंडीगढ में खिलाड़ियों के होटल ताज के स्टाफ ने समय पर खाना नहीं दिया था. टीम को मोहाली के लिये जल्दी रवाना होना था और उन्होंने वार्म अप के बाद और टास से महज कुछ देर पहले लंच किया था.
धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ विश्व कप खिताबी मुकाबले से पहले पत्रकारों से कहा कि मैं यह कहना नहीं चाहता था लेकिन सेमीफाइनल से पहले टीम को जो पहला भोजन मिला था, वह पौने दो बजे मिला था क्योंकि खाना होटल में नहीं परोसा गया था. उन्होंने कहा था कि इसमें एक घंटा लगेगा. इसलिये हम मैदान पर चले गये, वहां भी पूरा भोजन नहीं था, बल्कि मैदान पर कुछ नहीं था.
धोनी ने हालांकि इस घटना को तूल नहीं देने की कोशिश की और कहा कि इससे खिलाड़ियों का ध्यान भंग नहीं हुआ था.
धोनी ने कहा कि ये चीजें कुछ हद तक आपका ध्यान हटा सकती हैं, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि आप इनके बारे में क्या कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसी हालत में आप चिल्ला सकते हैं लेकिन आपको खाना नहीं मिल सकता. महत्वपूर्ण यह है कि आप समय का बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर लें. मुझे नहीं लगता कि यह बड़ी चिंता होनी चाहिए या इससे बिलकुल भी ध्यान भंग होना चाहिए.
धोनी ने कहा कि वहां हालात अलग थे क्योंकि मोहाली में ज्यादा बड़े होटल नहीं हैं. यहां कई बड़े होटल हैं और मेरे यहां कुछ दोस्त भी रहते हैं जो आधे घंटे में खाना लेकर आ सकते हैं.