ऑस्ट्रेलिया का सामना टी20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में आत्मविश्वास से ओतप्रोत वेस्टइंडीज से होगा तो यह जंग शानदार फॉर्म में चल रहे शेन वाटसन और क्रिस गेल के बीच रहेगी.
ऑस्ट्रेलिया के लिये यह लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचने का मौका है. ऑस्ट्रेलिया 2010 में फाइनल में पहुंचा था.
दूसरी ओर अस्सी के दशक में विश्व क्रिकेट की महाशक्ति रही वेस्टइंडीज के लिये यह अंदरुनी विवादों को भुलाकर अपनी पहचान बनाने का सुनहरा मौका है.
फाइनल में पहुंचने से कैरेबियाई क्रिकेट का मनोबल बढ़ेगा जहां लोकप्रियता के मामले में बास्केटबाल, एथलेटिक्स और फुटबॉल क्रिकेट पर भारी पड़ रहे हैं.
शुक्रवार के सेमीफाइनल में मुकाबला क्रिस गेल और शेन वाटसन के बीच भी होगा. पांच में से चार मैचों में मैन ऑफ द मैच रहे वाटसन आस्ट्रेलिया के खेवनहार रहे हैं तो गेल अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से किसी भी समय मैच का नक्शा बदलने में माहिर हैं.
आंकड़ों के मामले में वाटसन अपने कैरेबियाई प्रतिद्वंद्वी से मीलों आगे हैं. उन्होंने पांच मैचों में 242 रन बनाये और 11 विकेट लिये. वह प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट खिताब के प्रबल दावेदार हैं.
दूसरी ओर गेल अभी तक पांच मैचों में 10 छक्के जड़ चुके हैं. उन्होंने दो अर्धशतक जमाये और किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की बखिया उधेड़ने में वह माहिर है.
गेल और वाटसन अपनी-अपनी टीमों के लिये ट्रंपकार्ड होंगे लेकिन उनकी सहायता के लिये दोनों टीमों में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पूरी जमात है. मार्लिन सैमुअल्स ने गेल का बखूबी साथ निभाया है. वह गेल की तरह आक्रामक भले ही ना हो लेकिन मैच विनर साबित होते हैं.
ऑस्ट्रेलिया के लिये सहायक की भूमिका माइक हस्सी ने निभाई है. उनकी जिम्मेदाराना पारियों के दम पर ऑस्ट्रेलिया आसानी से सेमीफाइनल तक का सफर तय कर सका है. उनके रहते वाटसन को भी खुलकर खेलने का मौका मिला.
दोनों टीमों में कुछ कमजोर कड़ियां भी हैं. ऑस्ट्रेलिया के लिये समस्या यह है कि उसके मध्यक्रम को अभी आजमाया नहीं जा सका. एक बार मध्यक्रम को मौका मिला जिसमें वह नाकाम रहा. कप्तान जॉर्ज बेली को भी अब मोर्चे से अगुवाई करनी होगी.
दूसरी ओर कैरेबियाई तेज आक्रमण ऑस्ट्रेलिया की तुलना में कमजोर है.
फिडेल एडवर्डस के पास रफ्तार है और रवि रामपाल प्रभावी साबित हो सकते हैं लेकिन वाटसन के पास विविधता है. वहीं मिशेल स्टार्क पहले स्पैल में घातक साबित होते आये हैं.
इनमें से चुनी जाएगी टीम
ऑस्ट्रेलिया: जॉर्ज बेली (कप्तान), डेन क्रिस्टियन, पैट कमिंस, जेवियर डोहर्टी, बेन हिलफेनहास, ब्रैड होग, डेविड हसी, माइकल हसी, ग्लेन मैक्सवेल, क्लाइंट मेकाय, मिशेल स्टार्क, मैथ्यू वेड, डेविड वार्नर, शेन वाटसन, कैमरून व्हाइट.
वेस्टइंडीज: डेरेन सैमी (कप्तान), ड्वेन ब्रावो, सैमुअल बद्री, डेरेन ब्रावो, जानसन चार्ल्स, फिडेल एडवर्डस, क्रिस गेल, सुनील नरेन, कीरोन पोलार्ड, दिनेश रामदीन, रवि रामपाल, आंद्रे रसेल, मलरेन सैमुअल्स, लैंडल सिमंस, ड्वेन स्मिथ.