अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरी पारी की तैयारी कर रहे दिग्गज बल्लेबाज युवराज सिंह को ऐसा लग रहा है जैसे मानो वह पदार्पण कर रहे हैं. कैंसर से उबरने वाले युवराज को टी-20 प्रारूप के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है.
टी-20 विश्व चैम्पियनशिप और इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टी-20 मैचों की श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में जगह पाने के बाद युवराज ने संवाददाताओं से कहा कि मुझे ऐसा लग रहा है मानो मैं पदार्पण कर रहा हूं. मुझे हमेशा से लगता था कि टी-20 मेरी वापसी के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रारूप है.
अपने चयन से खुश बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि यह मेरे लिए काफी भावुक दिन है. शुरूआती टीम में चयन के बाद मैं काफी खुश था लेकिन अब मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है.
युवराज ने टी-20 क्रिकेट को फिलहाल अपने शरीर के लिए आदर्श करार देते हुए कहा कि मैं अभी 50 ओवर या टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार नहीं हूं. लंबे प्रारूपों में खेलने के लिए शरीर अधिक मजबूत होना चाहिए.
लंबे प्रारूप में वापसी की संभावना पर युवराज ने कहा कि वह टी-20 विश्व कप के बाद ही इस पर फैसला करेंगे. उन्होंने कहा कि मैं अक्टूबर में इस पर फैसला करूंगा, जब मुझे ब्रेक मिलेगा.
कुछ महीने पहले अपने जीवन के लिए संघर्ष करने वाले युवराज के लिए वापसी करना शारीरिक से अधिक मानसिक मजबूती से जुड़ा है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी मायने रखता है.
युवराज ने कहा कि शारीरिक फिटनेस को लेकर कभी चिंता नहीं थी. मनोवैज्ञानिक प्रभाव मुझे चिंतित कर रहा था. न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले टी-20 मैचों की अहमियत पर युवराज ने कहा कि इन दोनों मैचों से यह संकेत मिलेंगे कि वह बड़े टूर्नामेंट के लिए किस तरह तैयार हो रहे हैं.
पिछले साल अप्रैल में 50 ओवर के विश्व कप में भारत की खिताबी जीत के दौरान मैन आफ द सीरीज रहे युवराज ने कहा कि वह मैच फिट होने के लिए बेंगलूर में कुछ अभ्यास मैच खेलेंगे.