पिज्जा के व्यवसाय में उतरने वाले ओलंपिक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा भविष्य में अपने प्रदर्शन को लेकर विचलित नहीं हैं. भारत की ओर से एकमात्र ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा ने अगले वर्ष होने वाली अनेक प्रतियोगिताओं को देखते हुए वर्ष 2013 को तैयारियों के लिए चुना है.
बिंद्रा से यह पूछने पर कि पिछले वर्ष शुरू किया गया पिज्जा व्यवसाय कहीं उनके करियर को प्रभावित तो नहीं कर रहा, उनका जवाब था, निशानेबाजी मेरे लिए कभी भी करियर के विकल्प के तौर पर नहीं है. अब यह मेरा जुनून बन चुका है.
लंदन ओलंपिक के 10 मीटर राइफल के अंतिम चरण में पहुंचने में मिली असफलता के बाद से अभिनव बिंद्रा ने किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया है.
दिसंबर में राष्ट्रीय खेलों में बिंद्रा को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा था और अब वह अपना सारा ध्यान इस महीने विश्वकप के लिए होने वाली ट्रायल प्रतियोगिता पर केंद्रित कर रहे हैं.
विश्व चैंपियनशिप, राष्ट्रमंडल खेलों तथा एशियाई खेलों को ध्यान में रखते हुए बिंद्रा ने जेनेसिस ग्लोबल स्कूल में कहा, ‘मेरे लिए यह वर्ष काफी महत्वपूर्ण है. निशानेबाजी के कुछ नियमों में बदलाव किए गए हैं तथा इस वर्ष मैं उन नए नियमों के मुताबिक निशानेबाजी का अभ्यास करूंगा. इस वर्ष मैं सात से 10 प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रहा हूं ताकि 2014 तक मैं अपने प्रदर्शन को सर्वश्रेष्ठ स्तर पर ले जा सकूं.’