कॉमनवेल्थ गेम्स में आखिरी बार हिस्सा ले रहे अभिनव बिंद्रा ने इन खेलों को यादगार बनाते हुए 10 मीटर एयर रायफल की व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम किया. यह दिग्गज शूटर पिछले चार प्रयासों में व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने में विफल रहा था. कॉमनवेल्थ गेम्स में डबल्स में तीन गोल्ड मेडल सहित कुल नौ मेडल जीत चुके बिंद्रा ने फाइनल राउंड में शानदार प्रदर्शन किया और कोई चूक नहीं की.
वह बैरी बुडोन शूटिंग सेंटर में चल रही स्पर्धा के क्वालीफिकेशन में तीसरे स्थान पर रहे थे. ओलंपिक में व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने वाले एकमात्र भारतीय बिंद्रा ने कुल 205.3 अंक बनाए जो खेलों का नया रिकॉर्ड भी है. यह पहले कॉमनवेल्थ गेम्स हैं जिसमें आईएसएसएफ का नियम लागू हुआ है.
क्या है आईएसएसएफ नियम...
इस नियम के तहत सिर्फ अंतिम दौर के अंक गिने जाने हैं जबकि उसमें क्वालीफिकेशन के स्कोर को नहीं जोड़ा जाता.
बिंद्रा ने इस जीत के बाद कहा, 'यह मेरा आखिरी कॉमनवेल्थ गेम है. 5 कॉमनवेल्थ गेम्स और नौ मेडल मेरे लिए काफी हैं.' उन्होंने कहा, 'यह मेडल शानदार है क्योंकि मैंने कड़ी मेहनत की थी और मुझे खुशी है कि मैं यह लक्ष्य हासिल करने में सफल रहा. मुझे वांछित नतीजा मिला.'
यह पूछने पर कि क्या रियो 2016 उनके करियर का अंतिम ओलंपिक होगा, बिंद्रा ने कहा, 'मैं एक बार में एक चीज पर ध्यान देता हूं. मैं बाद में फैसला करूंगा.' बिंद्रा ने मजाकिया लहजे में कहा कि वह संन्यास के बाद करियर के रूप में पत्रकारिता से जुड़ेंगे, उन्होंने कहा, 'पत्रकारिता आसान काम है. शूटिंग करियर खत्म होने के बाद मैं पत्रकार बन सकता हूं.’ बिंद्रा ने कहा कि वह अब वर्ल्ड चैंपियनशिप पर ध्यान लगाएंगे जिसका आयोजन कुछ महीनों के भीतर होता है. उन्होंने कहा, 'मैं थोड़ा रिलैक्स करूंगा और फिर वर्ल्ड कप के लिए तैयारी करूंगा.' बांग्लादेश के अब्दुल्लाह बाकी 202.1 के कुल स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहे. इंग्लैंड के डेनियल रिवर्स ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. भारत के रवि कुमार शूटऑफ में रिवर्स से पिछड़ गए. दोनों के 162.4 अंक थे.
बिंद्रा ने हमवतन रवि कुमार के चूकने पर दुख जताया क्योंकि वह एक समय शीर्ष पर चल रहे थे लेकिन शूट ऑफ में मेडल से चूक गए. रवि ने ब्रॉन्ज मेडल के शूट ऑफ में 9.4 अंक बनाए जबकि रिवर्स 9.6 अंक जुटाने में सफल रहे. एलिमिनेशन की दूसरी सीरीज में रवि के पीछे चल रहे बिंद्रा ने कहा, ‘रवि प्रतिभावान शूटर है. उसका भविष्य उज्जवल है और वह देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करेगा. मैंने प्रतियोगिता के बाद उससे बात नहीं की लेकिन मैं निश्चित तौर पर उससे बात करके उसका हौसला बढाऊंगा.’
फाइनल राउंड में बिंद्रा के दबदबे का अंदाजा इस बात से लग सकता है कि अंतिम राउंड के 20 शॉट में उन्होंने सिर्फ चार बार 10 से कम का स्कोर बनाया.
मलाइका गोयल ने शूटिंग में सिल्वर मेडल जीता
इससे पहले 16 साल की मलाइका गोयल ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में सिल्वर मेडल जीतकर भारत को शूटिंग में पहला मेडल दिलाया था. हालांकि मेडल की प्रबल दावेदार हिना सिद्धू 7वें स्थान पर रहीं. मलाइका ने फाइनल में 197.1 का स्कोर बनाया और वह गोल्ड मेडल के लिए कड़े मुकाबले के बाद दूसरे स्थान पर रही. यह सीनियर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका पहला मेडल है.
सिंगापुर की शुन झी तेयो ने स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने 198.6 का स्कोर बनाया जो कॉमनवेल्थ गेम्स में नया रिकॉर्ड है. कनाडा डोरोथी लुडविग 177.2 अंक बनाने के बावजूद ब्रॉन्ज मेडल हासिल करने में सफल रहीं. दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी और प्रतियोगिता से पहले प्रबल दावेदार हिना सिद्धू क्वालीफिकेशन में पहले स्थान पर रहने के बावजूद फाइनल में सातवें स्थान पर रहीं.