सीनियर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि दुनिया भर में क्रिकेट के दीवाने भारतीय प्रशंसकों से मिले ‘प्यार और दुलार’ ने उनके करियर में बड़ी भूमिका निभाई.
तेंदुलकर ने पार्श्व गायिका आशा भोसले के एक्टिंग पदार्पण वाली ‘माई’ के संगीत के लांच के मौके पर कहा, ‘मेरे कैरियर में जिस चीज ने बड़ी भूमिका निभाई वह दुनिया भर में भारतीय क्रिकेट के समर्थकों से मिला प्यार और दुलार है.’
चैंपियन खिलाड़ियों को अलग-अलग स्रोतों से प्रेरणा मिलती है और भारत की ओर से सर्वाधिक टेस्ट खेलने वाले बल्लेबाज तेंदुलकर की प्रेरणा उनके दिवंगत पिता रमेश तेंदुलकर हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि मेरे पिता प्रेरणा स्रोत हैं. इसके बाद मेरे भाईयों का बड़ा प्रभाव रहा और इसके बाद मेरी पत्नी और उसके माता-पिता का. वे भी अहम भूमिका निभाते हैं. प्रत्येक चरण में कुछ लक्ष्य थे जिन्हें हासिल किया जाना था और इसके लिए प्रेरित करने वाली कुछ चीजें मौजूद थी.’
तेंदुलकर ने इस दौरान आशा भोसले की भी तारीफ की.
उन्होंने कहा, ‘सभी को पता है कि आशाजी का भारतीय संगीत पर किस तरह का प्रभाव है. मैं उनका संगीत सुनते हुए बढ़ा हुआ. मेरा पसंदीदा गीत ‘इन आंखों की मस्ती के’ (उमराव जान) है जो उन्होंने मेरे और मेरी पत्नी के लिए भी गाया था.’
यह पूछने पर कि क्या वह फिल्मों में आ सकते हैं, तेंदुलकर ने कहा, ‘जब तक मैं क्रिकेट खेल रहा हूं तब कि सिर्फ क्रिकेट है. मैं एक बार में एक काम करूंगा.’