Hockey World Cup debacle: भारतीय हॉकी टीम का वर्ल्ड कप में निराशानजनक प्रदर्शन चर्चा में है. 22 जनवरी को भुवनेश्वर में खेले गए क्रॉसओवर मैच में वह न्यूजीलैंड से पेनल्टी शूटआउट में हार गई थी. इस हार के बाद भारतीय टीम वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में जगह नहीं बना पाई. कई हॉकी दिग्गज टीम की इस नाकामी के लिए मुख्य कोच ग्राहम रीड को जिम्मेदार मानते हैं.
कोच ग्राहम रीड का अनुबंध भले ही 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक तक है, लेकिन हॉकी वर्ल्ड कप में मेजबान टीम के जल्दी बाहर हो जाने के बाद उनके करार की समीक्षा किए जाने की संभावना है.
भारत की गुरुवार को क्लासिफिकेशन मैच में एशियाई खेलों के चैम्पियन जापान पर 8-0 से बड़ी जीत के बाद रीड ने कहा कि उनके कॉन्ट्रैक्ट पर विचार किया जाएगा. रीड को 2019 में मुख्य कोच नियुक्त किया गया था.
एशियाई खेलों तक टीम के साथ बने रहेंगे..?
रीड से पूछा गया कि क्या वह इस साल होने वाले एशियाई खेलों तक टीम के साथ बने रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं, उन्होंने कहा, ‘मैंने पेरिस ओलंपिक तक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन मुझे लगता है कि विश्व कप के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी. पर अभी मैं अपना ध्यान अगले मैच पर केंद्रित कर रहा हूं.’
किसी बड़े टूर्नामेंट के बाद अनुबंध की समीक्षा करना सामान्य बात है, लेकिन महत्वपूर्ण है कि ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले रीड ने सितंबर में होने वाले एशियाई खेलों को लेकर अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त नहीं की.
भारत अब नौवें से 12वें स्थान के क्लासिफिकेशन मैच में शनिवार को दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा.
रीड ने भुवनेश्वर में न्यूजीलैंड के हाथों हार के बाद पद छोड़ने का कोई संकेत नहीं दिया था. उन्होंने तब कहा था, 'इन दो क्लासिफिकेशन मैच के बाद हमें जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रो-लीग के मैच खेलने हैं और फिर हमारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज होगी, लेकिन हमारा ध्यान अभी अगले मैच पर है.’
दिलीप टिर्की ने कुछ खास संकेत नहीं दिए
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप टिर्की से जब कोच या कप्तान बदलने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी कुछ खास संकेत नहीं दिए. टिर्की ने कहा, ‘हम इस पर बाद में विचार करेंगे. अभी विश्वकप चल रहा है और इस पर कोई चर्चा करना सही नहीं होगा.’