टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर बैट्समैन अजिंक्य रहाणे ने टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरे कर लिए हैं. मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे मेलबर्न टेस्ट के पांचवे दिन वो एक हजारी क्लब में शामिल हुए. रहाणे से पहले भारत के 59 बल्लेबाजों ने 1000 रनों का आंकड़ा पार किया है लेकिन जो बात रहाणे को खास बनाती है, वह यह है कि अपने करियर का 13वां टेस्ट खेल रहे रहाणे ने अपने 99.22 फीसदी रन विदेशी पिचों पर बनाए हैं.
रहाणे ने भारत में अब तक सिर्फ एक टेस्ट खेला है. 2013 में दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए इस टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में एक और दूसरी पारी में सात रन बनाए थे.
इस साल रहाणे ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन शतक लगाए. सभी शतक विदेश में लगे. उनके नाम ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ शतक हैं. डरबन में इस साल जुलाई में रहाणे ने 96 रनों की पारी खेली थी, जो किसी शतक से कम नहीं. रहाणे ने मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में 147, फरवरी 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन में 118 और लॉर्ड्स में जुलाई 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ 103 रनों की पारी खेली थी.
अब तक खेले गए 13 मैचों की 25 पारियों में रहाणे तीन शतक और छह अर्धशतक समेत 44.61 की औसत से 1026 रन बना चुके हैं.
रहाणे मैच दर मैच परिपक्व खिलाड़ी के तौर पर उभरे हैं और विदेशी पिचों पर खुद को साबित किया है. विदेशी पिचों पर तीन शतकों के अलावा उनके नाम 96, 81, 62, 64, 52 नाबाद व 51 नाबाद रनों की पारियां हैं.
सबसे तेज 1000 रन बनाने का रिकॉर्ड
सचिन ने करियर के 19 वें टेस्ट में, वी वी एस लक्ष्मण ने 21वें टेस्ट में, वीरेंद्र सहवाग ने 16वें टेस्ट में, सौरव गांगुली ने 15वें टेस्ट में अपने करियर के एक हजार रन बनाए. रहाणे के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 20वें टेस्ट में जबकि टीम के साथी और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली 16वें टेस्ट में इस क्लब में शामिल हुए. सुनील गावस्कर और चेतेश्वर पुजारा ने अपने 11वें टेस्ट में यह कारनामा किया था. हालांकि पुजारा ने जहां 18 पारियां खेली वहीं गावस्कर ने इसके लिए 21 पारियां खेलीं. बात अगर रिकॉर्ड की करें तो सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले भारतीय क्रिकेटर हैं विनोद कांबली. कांबली ने अपनी 14वीं पारी में ही 1000 रन बना लिए थे. हालांकि उन्होंने इसके लिए 12 टेस्ट खेले.