पाकिस्तान के ऑफ स्पिनर सईद अजमल ब्रिस्बेन में बायोमैकेनिक परीक्षण में नाकाम रहे क्योंकि उनकी कोहनी आईसीसी द्वारा स्वीकृत 15 डिग्री से दोगुनी से भी अधिक मुड़ती थी.
टेस्ट नतीजों के अनुसार अजमल की कोहनी औसतन 40 डिग्री तक मुड़ती थी. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एक सूत्र ने इस 23 पन्ने की रिपोर्ट के हवाले से यह जानकारी दी.
मैच अधिकारियों ने पिछले महीने श्रीलंका के खिलाफ गाले में पहले टेस्ट के बाद अजमल के गेंदबाजी एक्शन की रिपोर्ट की थी जिसके बाद उन्हें परीक्षण कराने का आदेश दिया गया था.
मैच अधिकारियों ने आईसीसी को अपनी रिपोर्ट में 30 से 35 गेंदों को संदिग्ध बताया था. इस परीक्षण में विफल होने के बाद अजमल को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी से निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा 17 सितंबर से कराची में होने वाली राष्ट्रीय टी20 चैम्पियनशिप में भी वह नहीं खेलेंगे. इससे पहले 2009 में भी अजमल के एक्शन की शिकायत की गई थी लेकिन मेडिकल आधार पर वह उस परीक्षण में सफल रहे थे.
संदिग्ध एक्शन वाले गेंदबाजों से जुड़े नए नियम के अनुसार 15 डिग्री से अधिक कोहनी मुड़ने के मामलों में अब मेडिकल आधार स्वीकार्य नहीं होगा. अजमल अपने एक्शन में सुधार करने के लिए 22 सितंबर से लाहौर की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सकलेन मुश्ताक के साथ काम करेंगे.