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IND vs ENG: अश्विन ने अपने इस रिकॉर्ड के लिए विराट को कहा थैंक्यू, जानिए क्यों?

भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने चेन्नई टेस्ट में खास उपलब्धि हासिल कर ली. उन्होंने दूसरी पारी में पहली गेंद पर विकेट लेने का कारनामा किया. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 114 साल बाद ऐसा हुआ, जब पारी की पहली गेंद पर किसी स्पिनर ने विकेट लिया हो.

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Ashwin-virat (AP)
Ashwin-virat (AP)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अश्विन ने चेन्नई टेस्ट में खास उपलब्धि हासिल कर ली
  • दूसरी पारी की पहली गेंद पर विकेट लेने का कारनामा किया
  • अश्विन ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में कुल छह विकेट निकाले

भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने चेन्नई टेस्ट में खास उपलब्धि हासिल कर ली. उन्होंने दूसरी पारी में पहली गेंद पर विकेट लेने का कारनामा किया. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 114 साल बाद ऐसा हुआ, जब पारी की पहली गेंद पर किसी स्पिनर ने विकेट लिया हो. इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के चौथे दिन अश्विन ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स को दूसरी पारी की पहली गेंद पर आउट किया, जिनका कैच स्लिप में अजिंक्य रहाणे ने लपका. वैसे वह 133 साल के इतिहास में यह कारनामा करने वाले तीसरे स्पिनर हैं.

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आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका के लेग स्पिनर बर्ट वोगलर ने 1907 में इंग्लैंड के टॉम हैवर्ड को टेस्ट मैच में पारी की पहली गेंद पर आउट किया था. यह उपलब्धि अर्जित करने वाले पहले स्पिनर यॉर्कशायर के बॉबी पील हैं, जिन्होंने 1888 में एशेज में यह कमाल किया था.

अश्विन ने बीसीसीआई टीवी पर ईशांत शर्मा से कहा, ‘जब मैंने दूसरी पारी की पहली गेंद पर विकेट लिया, तो मैं बहुत खुश था. लेकिन मुझे पता नहीं था कि यह एक रिकॉर्ड है. टीम प्रबंधन ने मुझे बताया कि ऐसा सौ साल में पहली बार हुआ है. मैं विराट को धन्यवाद देता हूं, क्योंकि मुझे पता था कि तुम (ईशांत) गेंदबाजी की शुरुआत करोगे, लेकिन विराट ने मुझे पहला ओवर दिया.’

गेंदबाजों की कब्रगाह पिच पर करीब 73 ओवर डालना आसान नहीं है, लेकिन गेंदबाजी से रविचंद्रन अश्विन को इतनी खुशी मिलती है कि वह विषम परिस्थितियों में शरीर पर पड़ने वाले बोझ को भी भूल जाते हैं. अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 9 विकेट ले लिये हैं, जिसमें से छह विकेट दूसरी पारी में लिये.

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कमर में दर्द के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी टेस्ट से बाहर रहे अश्विन ने चौथे दिन के खेल के बाद कहा, ‘लोग काफी रोचक विश्लेषण करते हैं कि क्या होगा और क्या नहीं, लेकिन एक क्रिकेटर के जेहन में यह बात सबसे आखिरी होती है.’

उन्होंने कहा, ‘रोज 40 से 45 ओवर डालना और फिर नेट्स पर जाना मेरी क्रिकेट दिनचर्या का हिस्सा है. गेंदबाजी में मुझे इतनी खुशी मिलती है कि कई बार शरीर साथ नहीं देता तो भी मैं गेंदबाजी करता रहता हूं. मुझे इससे इतना प्यार है.’

ईशांत शर्मा की तरह अश्विन ने भी स्वीकार किया कि पिच पूरी तरह से सपाट है और टॉस की भूमिका अहम रही. उन्होंने कहा,‘जब मैंने विकेट को देखा तो मुझे लगा कि बल्लेबाजी के लिए अच्छी होगी, लेकिन दूसरे दिन से बेहतर होती जाएगी. यह वाकई सपाट पिच है और टॉस काफी अहम रहा.’

अश्विन ने कहा, ‘फिर भी मेरा मानना है कि हमने अच्छी वापसी की. पांचवें दिन अच्छा खेलने पर हम जीत भी सकते हैं.’

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वॉशिंगटन सुंदर ने लगातार दूसरे टेस्ट में अर्धशतक बनाया और तमिलनाडु तथा राष्ट्रीय टीम में उनके साथी खिलाड़ी अश्विन ने उन्हें खास बल्लेबाज बताया. उन्होंने कहा,‘वह शानदार बल्लेबाज है. कई लोग टी20 क्रिकेट के आधार पर आकलन करते हैं, जिसमें वह 7वें नंबर पर उतरता है. हर कोई उसकी खास प्रतिभा को नहीं पहचान पाता कि वह कितना विशेष बल्लेबाज है.’’

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अश्विन ने यह भी कहा कि फॉलोॉन नहीं देने के इंग्लैंड के फैसले से वह हैरान नहीं थे. उन्होंने कहा,‘उनके पास दो विकल्प थे, लेकिन उन्होंने अपने गेंदबाजों को आराम देने के लिए फॉलोऑन नहीं दिया. बाहर से यह बात उतनी अच्छी तरह से नहीं समझी जा सकती, क्योंकि कई बार तरोताजा गेंदबाज थके हुए गेंदबाजों की तुलना में कमाल कर सकते हैं.’

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