भारतीय स्क्वाश खिलाड़ियों ने मौजूदा एशियाई खेलों में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा है और शुक्रवार को पुरुष और महिला दोनों टीमों ने फाइनल में जगह बनाकर कम से कम देश के लिये दो रजत पदक पक्के किये. जोशना चिनप्पा, दीपिका पल्लिकल और अनाका अलंकामोनी की महिला टीम ने सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया को 2-0 से हराया जिसके बाद महेश मंगावकर, सौरव घोषाल और हरिंदर पाल सिंह संधू की टीम ने कुवैत को इसी अंतर से पराजित किया.
घोषाल का सामना फिर से अलमेझयान अब्दुल्ला से था, जिनसे वह एकल फाइनल में करीबी अंतर से हार गये थे. इन दोनों के बीच आज फिर से पांच गेम तक कड़ा मुकाबला चला लेकिन भारतीय खिलाड़ी आखिर में अपनी पिछली हार का बदला चुकता करने में सफल रहा. एकल में रजत पदक से संतोष करन वाले घोषाल ने अब्दुल्ला के खिलाफ 62 मिनट तक चले मैच में 11-8, 7-11, 11-9, 5-11, 11-3 से हराकर भारत को फाइनल में पहुंचाया.
इससे पहले मंगावकर ने कुवैत के अलतामिमि अल अम्मार को 37 मिनट में 11-4, 11-3, 12-10 से हराकर भारत को शुरुआती बढ़त दिलायी थी. भारत को 2-0 की अजेय बढ़त मिलने के बाद संधू को कोर्ट पर उतरने की जरूरत नहीं पड़ी.
इससे पहले महिला टीम को कोरिया को हराने में कोई दिक्कत नहीं हुई. जोशना चिनप्पा ने पहले मुकाबले में यूनोक पार्क को 34 मिनट में 11-6, 13-11, 11-8 से मात दी.
वहीं दीपिका पल्लीकल ने सुनमी सोंग को 11-4, 11-5, 8-11, 11-5 से हराया. अनाका अलांकामोनी को कोर्ट पर उतरने की जरूरत ही नहीं पड़ी.
भारतीय महिला टीम को फाइनल में मलेशिया की मजबूत टीम का सामना करना होगा जिसने एक अन्य सेमीफाइनल में हांगकांग को 2-0 से हराया. मलेशियाई टीम में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी निकोल डेविड शामिल हैं जिन्होंने महिला एकल के सेमीफाइनल में पल्लीकल को हराया था. भारतीय पुरुष टीम फाइनल में मलेशिया और हांगकांग के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेगी. स्क्वाश के एकल में घोषाल ने रजत और पल्लीकल ने कांस्य पदक जीता था. इससे यह तय हो गया कि एशियाई खेलों में भारत इस खेल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा.