इंग्लैंड के खिलाफ चार मैचों की सीरीज में टर्निंग विकेट की मांग पर आलोचनाओं से घिरे भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गुरुवार को साफ किया कि उन्होंने टॉस की भूमिका कम करने के लिये पहले दिन से टर्न लेने वाला विकेट तैयार करने को कहा.
धोनी ने भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट शुरू होने से पहले कहा, ‘मैं केवल टॉस की भूमिका कम करने की कोशिश कर रहा था. मैंने सही संदर्भ में यह बात कही थी.’
उन्होंने कहा, ‘अलग-अलग लोगों की अलग सोच होती है. लोग अलग तरह की चुनौतियों की बात करते हैं. आपने देखा होगा कि न्यूजीलैंड और इंग्लैंड में गेंद स्विंग करती है जबकि ऑस्ट्रेलिया में उछाल मिलती है. दक्षिण अफ्रीका में अलग तरह के विकेट होते हैं. यही वजह है कि वे नहीं चाहते कि गेंद टर्न करे.’
धोनी ने अहमदाबाद के मोटेरा में पहला टेस्ट जीतने के बाद विकेट पर नाखुशी जतायी थी. उन्होंने कहा था, ‘हम चाहते हैं कि क्यूरेटर ऐसा विकेट तैयार करें जिसमें पहले दिन से गेंद टर्न करे.’
भारतीय कप्तान ने हालांकि कहा कि वानखेड़े स्टेडियम के विकेट में कुछ उछाल होगी और उससे दोनों टीमों के तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘साल के इस समय में मौसम ठंडा रहता है लेकिन फिर भी यहां कुछ गर्मी है. तेज गेंदबाजों को थोड़ी स्विंग मिलेगी और मैच आगे बढ़ने के साथ विकेट शुष्क होता जाएगा. यदि गेंद सही रही तो तेज गेंदबाज रिवर्स स्विंग हासिल कर सकते हैं.’
वहीं पहले टेस्ट में करारी हार झेलने के वाली इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक ने आशावादी रवैया अपनाया और कहा कि उनकी दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में वापसी कर सकती है.
कुक ने कहा, ‘निश्चित तौर पर जब आप बड़ी हार झेलते तो आपका आत्मविश्वास डगमगा जाता है. इस खेल की सबसे बड़ी खासियत अनिश्चितता है. अब हमारे पास गलतियों में सुधार करके वापसी करने का मौका है. हम यहीं करेंगे. हमें पिछले सप्ताह की गलतियों से सबक लेकर अच्छा खेल दिखाना होगा.’
पहले टेस्ट की दूसरी पारी में 176 रन की लंबी पारी खेलने वाले कुक ने कहा कि वह और उनके साथी भारतीयों पिचों पर पहली पारी में बड़े स्कोर के बारे में बात कर रहे हैं. मोटेरा में पहली पारी में इंग्लैंड की टीम 191 रन ही बना पायी थी.