भारतीय क्रिकेट बोर्ड सचिव और चेन्नई सुपर किंग्स फ्रेंचाइजी के मालिक एन श्रीनिवासन ने गुरुवार को उन रिपोटों को खारिज किया कि उन्होंने आईपीएल 2009 में खिलाड़ियों की नीलामी को ‘फिक्स’ करने की कोशिश की थी और जोर देते हुए कहा कि यह बिलकुल ‘निष्पक्ष’ थी.
एक टीवी चैनल ने बुधवार को दावा किया था कि श्रीनिवासन ने निलंबित आईपीएल अध्यक्ष ललित मोदी के साथ मिलकर इंग्लैंड के पूर्व आल राउंडर एंड्रयू फ्लिंटाफ की बोली चेन्नई सुपर किंग्स के पक्ष में करने की कोशिश की थी. श्रीनिवासन ने हालांकि कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया और उनकी फ्रेंचाइजी ने राजस्थान रायल्स को पछाड़ दिया क्योंकि उनके पास केवल 20 लाख डालर की राशि थी.
उन्होंने कहा, ‘मुझे किसी की मदद की जरूरत नहीं थी. राजस्थान रायल्स ने 15 लाख डालर में फ्लिंटाफ की बोली लगायी थी, मैंने उन्हें 15.5 लाख डालर की राशि से पछाड़ दिया. तो फिर नीलामी के फिक्स करने की बात कहां से आ गयी. मैं फिक्स कैसे कर सकता था. मोदी शेन वार्न पर नियंत्रण कैसे कर सकते हैं, जब तक वह राजस्थान रायल्स के मालिक नहीं हों.’
श्रीनिवासन ने कहा, ‘मैं आपको बता रहा हूं कि हमने कुछ भी गलत नहीं किया. हमने निष्पक्षता और ईमानदारी से नीलामी जीती थी. सिर्फ हम ही थे जो उसे खरीद सकते थे क्योंकि हमारे पास काफी राशि बची थी. मुझे किसी की मदद की जरूरत नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘चेन्नई सुपर किंग्स एकमात्र ऐसी टीम है जिसके पास 20 लाख डालर की राशि बची थी.’ श्रीनिवासन ने कहा, ‘अन्य टीमों के पास हमसे कम राशि थी इसलिये हमें फ्लिंटाफ को खरीदने के लिये किसी की सहायता की जरूरत नहीं थी.’