ऑस्ट्रेलिया ने रोमांचक मुकाबले में सीरीज के तीसरे वनडे मैच में टीम इंडिया को 4 विकेट से हरा दिया है. इसके साथ ही मेहमान टीम 7 वनडे मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे हो गई है.
टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 304 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 49.3 ओवर में 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया.
ऑस्ट्रेलिया की सलामी जोड़ी ने बेहतरीन शुरुआत की और पहले 10 ओवरों में बिना विकेट गंवाए 64 रन बना डाले. लेकिन 12वें ओवर की दूसरी गेंद पर फिलिप ह्यूज (22) और 17वें ओवर की तीसरे गेंद पर एरॉन फिंच (38) का विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम दबाव में आ गई.
ह्यूज जहां विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए, वहीं फिंच इशांत शर्मा की गेंद पर एलबीडब्ल्यू करार दिए गए.
तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करने उतरे शेन वाटसन (11) भी अपनी टीम को खास योगदान नहीं दे सके और रविंद्र जडेजा की गेंद पर एलबीडब्ल्यू करार दिए गए.
वाटसन के जाने के बाद कप्तान जॉर्ज बैले (43) का साथ निभाने आए एडम वोग्स (नाबाद 76) ने संभलकर खेलना शुरू किया और चौथे विकेट के लिए 83 रन जोड़े. बैले अर्धशतक से सात रन पूर्व विनय कुमार की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए. बैले ने 60 गेंदों का सामना किया और चार चौके तथा एक छक्का लगाया.
छठे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए ग्लेन मैक्सवेल (3) को शिखर धवन ने रन आउट किया. विकेटकीपर ब्रैड हैडिन (24) ने तेज हाथ दिखाते हुए वोग्स के साथ छठे विकेट की साझेदारी में 25 गेंदों पर 39 रन जोड़कर आस्ट्रेलिया को जीत के ट्रैक पर लाने की कोशिश की, लेकिन वह भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर जडेजा के हाथों कैच आउट हो गए.
हैडिन के बाद उतरे जेम्स फॉल्कनर ने अपनी धुआंधार बल्लेबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला दी. फॉल्कनर ने 29 गेंदों की पारी में दो चौके और छह छक्के लगाए.
फॉल्कनर और वोग्स ने सातवें विकेट की साझेदारी में 50 गेंदों में नाबाद 91 रन बनाए. वोग्स ने 88 गेंदों की अपनी संयमभरी पारी में सात चौके लगाए.
ऑस्ट्रेलिया को एक समय अंतिम चार ओवरों में 52 रनों की दरकार थी. इशांत शर्मा द्वारा डाले गए मैच के 48वें ओवर में फॉल्कनर ने 30 रन जोड़कर मैच का रुख ऑस्ट्रेलिया की तरफ मोड़ दिया.
भारत की तरफ से विनय कुमार ने 2 विकेट, भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा और जडेजा ने 1-1 विकेट हासिल किया.
टीम इंडिया ने ऐसे जोड़े 303 रन...
इससे पहले, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 139) की शानदार शतकीय पारी की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) मैदान पर तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 304 रनों की चुनौती पेश की.
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम एक समय 76 के कुल योग पर चार अहम विकेट गंवा चुकी थी, लेकिन विराट कोहली (68) और धौनी ने संयमभरी शानदार पारियां खेलते हुए टीम को निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट पर 303 रनों के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया.
भारत को पहला झटका दूसरे ओवर की आखिरी गेंद पर शिखर धवन (8) के रूप में लगा. धवन को क्लिंट मैंके ने विकेट के पीछे ब्रैड हैडिन के हाथों कैच आउट करवाया. धवन के जाने के बाद कोहली के साथ रोहित शर्मा (11) ने अभी भारतीय पारी में 23 रन ही और जोड़े थे कि वाटसन ने रोहित को सातवें ओवर की आखिरी गेंद पर एरॉन फिंच के हाथों लपकवा दिया.
इसके बाद दीर्घकालिक योजना के तहत चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने उतरे सुरेश रैना (17) ने कोहली के साथ थोड़ा संभलकर खेलना शुरू किया, लेकिन 13वें ओवर की पांचवीं गेंद पर वह भी कैचआउट होकर पवेलियन लौट गए. इसके बाद भारत को सबसे बड़ा झटका युवराज सिंह के रूप में लगा. युवराज बिना खाता खोले अगली ही गेंद पर विकेट के पीछे लपक लिए गए.
चार विकेट गंवाकर मुश्किल में नजर आ रही टीम को इसके बाद धोनी और कोहली ने पांचवें विकेट के लिए 72 रनों की साझेदारी कर संभाला. कोहली ग्लेन मैक्सवेल की गेंद पर विकेट के पीछे हैडिन के हाथों लपके गए. कोहली ने 73 गेंदों का सामना कर नौ चौके लगाए.
कोहली के बाद बल्लेबाजी करने उतरे हरफनमौला रवींद्र जडेजा (2) भी कुछ खास नहीं कर सके. जडेजा को भी मिशेल जॉनसन की गेंद पर हैडिन ने लपका. शीर्ष बल्लेबाजों के धराशायी हो जाने के बाद उतरे स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (28) ने धोनी के साथ सातवें विकेट के लिए 76 रनों की अहम साझेदारी निभाई.
अब तक संभलकर खेल रहे धोनी ने 42वें ओवर की चौथी गेंद पर अश्विन के हैडिन के हाथों कैच आउट होने के बाद कमान लगभग अपने हाथ में संभाल ली, और आखिरी चार ओवरों में धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए 56 रन जुटाकर टीम का स्कोर 300 के पार पहुंचा दिया. धोनी 139 रनों पर नाबाद लौटे. उन्होंने 121 गेंदों की पारी में 12 चौके और पांच छक्के लगाए. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जॉनसन ने चार विकेट चटकाए.