पांच बार की विश्व विजेता ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने शुक्रवार को ब्राबोर्न स्टेडियम में जारी आईसीसी महिला विश्वकप (50 ओवर) के सुपर-6 चरण के मुकाबले में श्रीलंका को 9 विकेट से हराकर आठवीं बार प्रतियोगिता के फाइनल में प्रवेश कर लिया है.
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम 45.2 ओवरों में 131 रनों पर सिमट गई थी. इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया टीम ने 132 रनों के लक्ष्य को 166 गेंद शेष रहते एक विकेट खोकर हासिल कर लिया.
सलामी बल्लेबाज राचेल हेन्स ने सर्वाधिक नाबाद 71 रनों का योगदान दिया और आस्ट्रेलिया टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
लक्ष्य का पीछा करने उतरे ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजों ने शुरुआत से ही बढ़िया खेल दिखाया. मेग लेनिंग और हेन्स की सलामी जोड़ी ने 55 रन जोड़े. लेनिंग 37 रनों के निजी स्कोर पर श्रीपाली वीराकोड्डी की गेंद पर चामरी अटापट्टू को कैच दे बैठीं. लेनिंग ने अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का जमाया. उनके बाद बल्लेबाजी करने आईं जेस कैमरन ने हेन्स के साथ मिलकर 77 रन जोड़े. कैमरन 22 रन बनाकर नाबाद लौटीं.
इससे पहले, श्रीलंकाई बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और उसका पहला विकेट सात रनों के कुल योग पर यशोदा मेंडिस के रूप में गिरा. मेंडिस बिना कोई रन बनाए मेगान शट्ट की गेंद पर बोल्ड हो गईं.
उनके कुछ देर बाद ही सलामी बल्लेबाज अटापट्टू (10) भी जुली हंटर की गेंद पर शट्ट को कैच थमा बैठीं. कप्तान शशिकला श्रीवर्धने भी दो रन बनाकर पवेलियन लौट गईं.
दीपिका रासंगिका के सर्वाधिक 43 रनों का योगदान दिया. रासंगिका और डिलानी मनोडारा के बीच 49 रनों की साझेदारी हुई. रासंगिका शट्ट की गेंद पर लिसा स्थालेकर के हाथों कैच हुईं.
मनोडारा 21 रनों के निजी योग पर एरिन ओसबोर्न की गेंद पर शट्ट को कैच दे बैठीं. अन्य बल्लेबाजों में वीराकोड्डी (13), चामनी सेनेविरत्ने (17), सैंडामली डोलावाटे ने चार रनों का योगदान दिया.
ऑस्ट्रेलिया की ओर से ओसबोर्न ने तीन, शट्ट और लिसा स्थालेकर ने दो-दो विकेट चटकाए, जबकि हंटर, होली फलिंग और सारा कोयटे को एक-एक सफलता मिली.