आस्ट्रेलिया के तैराकी कोच लीग नुजेंट ने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेल गांव की स्वच्छता तीन से 14 अक्तूबर तक होने वाले खेलों के दौरान उनके लिये आतंक से अधिक चिंता का विषय है.
‘द डेली टेलीग्राफ’ के अनुसार नुजेंट ने कहा, ‘‘आप पश्चिमी शैली देश जाकर भी बीमार पड़ सकते हैं लेकिन उपमहाद्वीप में कीड़े होते हैं और उनसे बचाव का हमारे पास कोई तरीका नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘उल्टी और दस्त जैसी बीमारियां फैल सकती है जिससे महीनों की तैयारियों और पदक की आस पर पानी फिर सकता है. इसलिए आपको अधिक सजग रहना होगा तथा आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके पास बचाव के कई उपाय हैं.’
नुजेंट ने कहा कि सभी आस्ट्रेलियाई तैराकों को डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिये हाथ की सफाई करने वाला जैल, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये प्रोबायोटिक्स, लंबी बाह की कमीजें और लंबी पैंट दी गयी हैं. उन्हें कीड़ों और मच्छरों को दूर भगाने वाली दवाईयों का इस्तेमाल करने के लिये कहा गया है.
उन्होंने कहा, ‘और यहां तक कि जब आप नहा रहे हों तब आपको अपना मुंह बंद रखना चाहिए.’ नुजेंट ने कहा, ‘हम उस गांव में रहेंगे जहां 7000 से लेकर 8000 अन्य लोग भी ठहरेंगे और इनमें से सभी साफ सफाई वाले नहीं होंगे. इसके अलावा आप यह भी नहीं जानते कि आपके दरवाजे को किसने छुआ है.’
उन्होंने कहा कि तैराकी टीम के खिलाड़ियों को तीन से 14 अक्तूबर तक होने वाले खेलों के दौरान स्वयं सफाई रखने के बारे में बता दिया गया है.
नुजेंट ने कहा, ‘उन्हें इस बारे में अच्छी तरह से जानकारी दे दी गयी है, लेकिन इसे आदत का हिस्सा बनाने की जरूरत है. कुआलालम्पुर में रणनीतिक शिविर के दौरान हम इसे पूरी तरह से लागू करेंगे ताकि हमारे खिलाड़ी और स्टाफ पूरी तरह से फिट और स्वस्थ रहे. उन्होंने कहा, ‘भूलना आसान है लेकिन इस तरह के वातावरण में आप वास्तव में भूलने की गलती नहीं कर सकते.’