कर्नाटक के कन्नूर लोकेश राहुल ने हाल ही वनडे में ऐसा रिकॉर्ड बनाया, जो कि आज तक कोई भी भारतीय दिग्गज क्रिकेटर नहीं बना पाया था. राहुल ने जिम्बाब्बे के खिलाफ डेब्यू वनडे मैच में शतक लगाया और ऐसा करने वाले वो पहले भारतीय बने.
छक्के से डेब्यू मैच में शतक लगाने वाले केएल राहुल अपने इस खेल से चर्चा में आ गए और उनमें भविष्य की संभावनाएं तलाशी जाने लगीं. राहुल की खासियत है कि वे बैटिंग के साथ-साथ कीपिंग भी कर लेते हैं. उनकी ये काबिलियत भारतीय टीम में उनके सुनहरे भविष्य को और सुनिश्चित करती है. राहुल जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज में 'मैन ऑफ द सीरीज' भी चुने गए.
कई सालों से धोनी के कंधों पर जिम्मेदारी
पिछले 11-12 साल से टीम इंडिया में विकेटकीपर की जिम्मेदारी महेंद्र सिंह धोनी के कंधों पर है. 2014 में उनके टेस्ट से संन्यास लेने के बाद रिद्धिमान साहा ये भूमिका निभा रहे हैं. पहले ही वनडे में शतक लगाने वाले केएल राहुल टेस्ट टीम का भी हिस्सा है.
हर फॉर्मेट में फिट
टेस्ट से रिटायरमेंट ले चुके धोनी का वनडे कैरियर कितना लंबा होगा, इस पर कुछ ज्यादा कहा नहीं जा सकता. लेकिन जल्द ही या आने वाले कुछ सालों में भारत को विकेटकीपर बल्लेबाज की आवश्यकता पड़नी ही है. वर्तमान समय में राहुल ही एक ऐसा नाम हैं, जो इस पर खरे उतरते दिखते हैं. साहा टेस्ट टीम में ये काम कर रहे हैं, लेकिन बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी उनकी दावेदारी को राहुल के सामने कमजोर करती है. जबकि राहुल टेस्ट और वनडे दोनों में अच्छा कर रहे हैं.
आईपीएल में भी शानदार प्रदर्शन
हाल ही में खत्म हुए आईपीएल में राहुल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेले और उनका प्रदर्शन विकेट के आगे और पीछे दोनों जगह उम्दा रहा. राहुल यहां कोहली की कप्तानी में खेले. टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान कोहली धोनी के बाद वनडे टीम के भी कप्तान होंगे. ऐसे में राहुल के प्रति उनका झुकाव इस खिलाड़ी के लिए लाभ पहुंचाने वाला होगा. ऐसे में पूरी संभावना है कि राहुल ही धोनी के उत्तराधिकारी होंगे.
नमन ओझा और संजू सैमसन भी दौड़ में
हालांकि राहुल के साथ नमन ओझा और संजू सैमसन भी इस दौड़ में शामिल हैं. दोनों ने अपने खेल से उम्मीदें भी जगाई हैं, लेकिन वे पूरी तरह से अपने साथ न्याय भी नहीं कर पाए हैं. जबकि राहुल दिन-प्रतिदिन और मंजे हुए खिलाड़ी होते जा रहे हैं.