बीसीसीआई ने एक बार फिर अपने वार्षिक आम सभा की बैठक को चार सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा शुक्रवार को IPL स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले की सुनवाई करते हुए मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट में शामिल चार नामों के सार्वजनिक किए जाने के फैसले के बाद यह निर्णय लिया गया.
बीसीसीआई की वार्षिक आम सभा की बैठक इससे पहले 30 सितंबर को होनी थी जिसे 20 नवंबर तक के लिए टाल दिया गया था. सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक सितंबर को बीसीसीआई के निर्वासित अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन की बहाली ठुकराए जाने के बाद उन्हें बीसीसीआई के अगले कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ सकने का मौका देने के उद्देश्य से वार्षिक बैठकों को टाला जा रहा है.
बीसीसीआई की वार्षिक बैठक और चुनाव को दोबारा टाले जाने को याचिकाकर्ता बिहार क्रिकेट संघ के आदित्य वर्मा ने बीसीसीआई के संविधान का उल्लंघन बताया. वर्मा ने कहा, ‘बीसीसीआई का यह कदम मुख्यत: श्रीनिवासन को तीसरे कार्यकाल के लिए अध्यक्ष निर्वाचित करने के उद्देश्य से उठाया गया है.’
शुक्रवार की सुनवाई में कोर्ट ने बीसीसीआई के सलाहकार टी. ए. सुंदरम का बयान भी दर्ज किया जिसमें बताया गया कि 20 नवंबर को होने वाला बीसीसीआई का वार्षिक आम सम्मेलन अगले चार हफ्तों के लिए पुन: टाल दिया गया है.
इनपुटः IANS