भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों की जासूसी मामले में नया ट्विस्ट आ गया है. खबरों के मुताबिक, एन श्रीनिवासन ने जासूसी करवाने के लिए ब्रिटेन की एक संस्था को 9 लाख डॉलर यानी करीब 6 करोड़ रुपये चुकाए थे.
मामले में यह नया खुलासा उन मीडिया रिपोर्ट के बाद हुआ है, जिसमें कहा गया था कि श्रीनिवासन ने अधिकारियों की जासूसी के लिए बीसीसीआई फंड के 14 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 70 वर्षीय आईसीसी अध्यक्ष ने बीसीसीआई के फंड का इस्तेमाल जासूसी के लिए किया था. इसके लिए लंदन की एक प्राइवेट जासूसी एजेंसी को अधिकारियों के फोन टैप करने और ईमेल हैक करने के लिए कहा गया था.
गौरतलब है कि बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में एक बोर्ड जल्द ही इस मामले में आधिकारिक जांच शुरू करने वाला है. बोर्ड यह जांच करेगा कि श्रीनिवासन को जासूसी करवाने की जरूरत क्यों पड़ी और इसके लिए बीसीसीआई के फंड के इस्तेमाल का अधिकार किसने दिया.
रविवार को वर्किंग कमिटी की बैठक
दूसरी ओर, रविवार को बोर्ड के नए अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट बोर्ड की वर्किंग कमिटी की बैठक होनी है. इस बैठक में टीम इंडिया के नए कोच को लेकर फैसला होना है. इसके साथ ही एसीयू चीफ कंसलटेंट के तौर पर नीरज कुमार की नियुक्ति समेत कई अन्य मुद्दों पर भी बैठक में चर्चा होगी.