भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार को दावा किया कि सीनियर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की खराब फार्म के चलते अपने भविष्य को लेकर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं से हुई बातचीत के बारे में उसे कुछ नहीं पता है.
इंदौर में बीसीसीआई सचिव और सीनियर चयन पैनल के समन्वयक संजय जगदाले से जब बुधवार इस सिलसिले में आईं मीडिया रिपोटर्स के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैं इससे वाकिफ नहीं हूं.' इन रिपोटर्स के अनुसार तेंदुलकर ने मंगलवार को यहां बोर्ड मुख्यालय में हुई चयन पैनल की बैठक से पहले मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटिल से बात की थी.
मीडिया रिपोटर्स में दावा किया गया था कि तेंदुलकर से उनके भविष्य की योजनाओं, विशेषकर क्रिकेट से संन्यास के बारे में पूछा गया. पिछले दो दशक से क्रिकेट खेल रहे 39 वर्षीय रिकार्डधारी बल्लेबाज ने रिपोटर्स के अनुसार चयनकर्ताओं से कहा कि उनके भविष्य पर फैसला वे (चयनकर्ता) ही करेंगे. तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 23 वर्ष पूरे कर लिये हैं और दो दिन पहले यहां इंग्लैंड के खिलाफ भारत को मिली 10 विकेट की करारी शिकस्त के बाद जिन खिलाड़ियों की आलोचना हो रही है, उनमें वह भी शामिल हैं. इस जीत की बदौलत इंग्लैंड ने चार मैचों की श्रृंखला 1.1 से बराबर कर ली है.
तेंदुलकर एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 100 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़े हैं और उनके नाम टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने तथा इन दोनों प्रारूपों में सबसे ज्यादा सैकड़ा बनाने का रिकार्ड है. उनकी खराब फार्म आस्ट्रेलिया में जनवरी में सिडनी टेस्ट से ही जारी है. वह पिछले चार घरेलू टेस्ट में पांच बार बोल्ड या पगबाधा आउट हुए हैं जिसने विशेषज्ञों को यह कहने पर बाध्य कर दिया कि उनके रिफलेक्स धीमे हो गये हैं क्योंकि वह 40 वर्ष की उम्र की ओर बढ़ रहे हैं.
भारतीय टीम को हालांकि करारी शिकस्त मिली लेकिन राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने इस खराब प्रदर्शन के लिये अगले टेस्ट की टीम से किसी को भी बाहर नहीं किया और एकमात्र उमेश यादव को पीठ की चोट के कारण टीम से बाहर किया. कोलकाता में पांच दिसंबर से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट के बाद चौथा और अंतिम मैच नागपुर में 13 से 17 दिसंबर तक खेला जायेगा. चयनकर्ताओं ने सिर्फ तीसरे मैच के लिये ही टीम चुनी है.