टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का कहना है कि अगर किसी गेंदबाज का एक्शन संदिग्ध दिख रहा है तो आईसीसी को उसकी रिपोर्ट करने की जगह अंपायरों को खेल के दौरान ही उसे तुरंत हटाना चाहिए या संबंधित कप्तान को उसे गेंदबाजी आक्रमण से हटाने के लिए कहना चाहिए. गावस्कर ने कहा कि ऐसा करने से गेंदबाज मैच के नतीजे पर प्रभाव नहीं डाल पाएगा.
संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के खिलाफ आईसीसी के सख्त रवैये पर गावस्कर ने कहा कि अंपायरों को मैच के बाद रिपोर्ट करने की जगह मैच के दौरान कप्तान को सूचित करने की जरूरत है.
गावस्कर ने कहा, ‘संदिग्ध एक्शन से अपनी टीम को वनडे में जीत दिला देने के बाद गेंदबाज की रिपोर्ट करने का कोई मतलब नहीं है. यह सही नहीं है. अगर वे एक्शन से नाखुश हैं तो उन्हें कप्तान को उसे हटाने के लिए कहना चाहिए. ऐसा ही होना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘संदिग्ध एक्शन की रिपोर्ट करने की जगह अंपायरों को सीधे कप्तान को बुलाकर कहना चाहिए कि वे किसी निश्चित गेंदबाज के एक्शन से खुश नहीं हैं और उसे मैच में आगे गेंदबाजी की स्वीकृति नहीं मिलनी चाहिए और अगर वह गेंदबाजी करता है तो उसकी रिपोर्ट की जानी चाहिए.’ गावस्कर के मुताबिक भारतीय टीम में ऐसा कोई गेंदबाज नहीं है जिसका एक्शन संदिग्ध हो लेकिन घरेलू क्रिकेट में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके एक्शन में सुधार की जरूरत है.
उन्होंने कहा, ‘फिलहाल भारतीय टीम में ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं है जिसका एक्शन संदिग्ध हो. संभवत: घरेलू सर्किट में ऐसे कुछ गेंदबाज हैं जिनके एक्शन पर काम करने की जरूरत है.’