क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है. उनका कहना है कि यह बहुत कठिन समय है और क्रिकेट के बिना जिंदगी की कल्पना करना भी मुश्किल है.
रिटायरमेंट का फैसला लेने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कहा, 'मैंने जीवन में देश के लिए खेलने का सपना पाला था. बीते 24 साल से मैं हर दिन इस सपने को जी रहा हूं. मेरे लिए क्रिकेट के बगैर रहना नामुमकिन सा लगता है क्योंकि 11 साल की उम्र से मैं इस खेल के साथ रचा-बसा हूं. देश के लिए खेलना मेरे लिए महान सम्मान की बात है. मैं अपने घरेलू मैदान पर 200वां टेस्ट मैच खेलते हुए इस महान खेल को अलविदा कहना चाहता हूं.'
'बीते सालों में मेरा साथ देने के लिए मैं बीसीसीआई को धन्यवाद कहना चाहता हूं, जब मैंने रिटायरमेंट की इच्छा जताई तो मुझे इजाजत मिल गई. साथ ही मैं अपने परिवार को उसके संयम और मेरी भावना को समझने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. सबसे बाद में और सबसे अधिक दिल से मैं अपने प्रशंसकों को धन्यवाद कहना चाहता हूं, जिन्होंने लगातार अपनी दुआओं और हौसलाअफजाई से मुझे अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करनी की क्षमता और शक्ति प्रदान की.'