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दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में फॉल्स सीलिंग गिरी

कॉमनवेल्थ के लिए एक और शर्मनाक वाकया सामने आया है. खेलों के लिए सबसे अहम जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में छत की फाल्स सीलिंग का एक हिस्सा गिर गया है.

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कॉमनवेल्थ के लिए एक और शर्मनाक वाकया सामने आया है. खेलों के लिए सबसे अहम जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में छत की फाल्स सीलिंग का एक हिस्सा गिर गया है.

वो भी तब, जब खेलों को सिर्फ दस दिन बचे हैं, ऐसे में इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता है. यह पहली बार नहीं है, जब इस स्टेडियम में ऐसी गड़बड़ियों की शर्मनाक घटना हुई हो.

इससे पहले जब स्टेडियम का उद्घाटन हुआ था, उसी दिन छत से पानी भी रिसने लगा था और आज फिर यह घटना.

यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेलों के लिए कच्ची तैयारियां हो रही है, देश के लिए इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है. नेहरू स्टेडियम में वेट लिफ्टिंग एरीना की फाल्स सीलिंग का एक हिस्सा टूट कर नीचे आ गिरा है.

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इससे पहले मंगलवार को इसी जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के बाहर बन रहा एक फुट ओवरब्रिज गिर जाने से 27 व्यक्ति घायल हो गए थे. सोमवार को भी स्टेडियम में बनाई जा रही एक छतरी गिर गई थी.

मंगलवार को 95 मीटर लंबा फुट ओवरब्रिज ढहने से हुए घायलों में एक अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त और एक अन्य पुलिसकर्मी शामिल है. लोधी रोड इलाके की दूसरी तरफ पार्किंग क्षेत्र को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा ब्रिज मंगलवार दिन में तीन बजकर दस मिनट पर ढह गया. उस समय ब्रिज पर निर्माण कार्य चल रहा था.{mospagebreak}

मंगलवार को ही राष्ट्रमंडल खेल संघ के अध्यक्ष माइक फेनेल ने खेलगांव की तैयारियों को लेकर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि आवासीय क्षेत्र की परिस्थितियों ने कई खेल दलों को ‘हतप्रभ’ कर दिया है.

फेनेल ने कैबिनेट सचिव के एम चंद्रशेखर को लिखे पत्र में कहा, ‘आवासीय क्षेत्र की परिस्थिति ने ज्यादातर लोगों को हतप्रभ कर दिया है.’ इस खेल महाकुंभ के आयोजन में मात्र 11 दिन बचे हैं और ऐसे में राष्ट्रमंडल खेल संघ के अध्यक्ष के इस बयान ने खेल गांव की स्थिति पर संदेह पैदा कर दिया.

फेनेल ने कहा कि खेलगांव के साथ ‘गंभीर समझौता’ किया गया है. उन्होंने कहा, ‘खेलगांव किसी भी खेल के लिये आधारशिला होती है और खिलाड़ियों को अपनी स्पर्धाओं की तैयारी के लिये सबसे अच्छे माहौल की जरूरत होती है.’ फेनेल की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आयी है जब न्यूजीलैंड, कनाडा, स्कॉटलैंड और आयरलैंड ने खेलगांव में मुहैया कराई गई सुविधाओं पर गंभीर आपत्ति जताई है.

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इन खेल दलों ने कहा है कि खेलगांव में परिस्थितियां ‘रहने योग्य नहीं है’ और उन्होंने खेल आयोजन समिति से कहा कि यदि अपार्टमेंट को ठीक हालत में मुहैया नहीं कराया जा सकता तो उनके अधिकारियों और खिलाड़ियों को होटल में रहने की सुविधा उपलब्ध करायी जाये.

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