गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन के बाद जोनाथन ट्रॉट के अर्धशतक से इंग्लैंड ने आईसीसी चैम्पियन्स ट्राफी के एकतरफा सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को सात विकेट से हराकर खिताबी मुकाबले में अपनी जगह पक्की की.
दक्षिण अफ्रीका के 176 रन के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने ट्रॉट (नाबाद 82) और जो रूट (48) की उम्दा पारियों की मदद से 12.3 ओवर शेष रहते तीन विकेट पर 179 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की. ट्रॉट और रूट ने इस दौरान तीसरे विकेट के लिए 21 ओवर में 105 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभाई. इससे पहले इंग्लैंड के गेंदबाजों का दबदबा देखने को मिला जिससे दक्षिण अफ्रीका की टीम 38.4 ओवर में ही सिमट गई.
दक्षिण अफ्रीका ने हालांकि 80 रन पर आठ विकेट गंवाने के बाद वापसी करते हुए 175 रन बनाए. बायें हाथ के बल्लेबाज डेविड मिलर (नाबाद 56) ने रोरी क्लेनवेल्ट (43) के साथ 16 ओवर में नौवें विकेट के लिए 95 रन जोड़कर दक्षिण अफ्रीका को कुछ हद तक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया लेकिन टीम एक बार फिर आईसीसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी.
इंग्लैंड ने इसके साथ ही दूसरी बार आईसीसी चैम्पियन्स ट्राफी के फाइनल में प्रवेश किया जबकि दक्षिण अफ्रीका का दूसरी बार यह टूर्नामेंट जीतने का सपना चकनाचूर हो गया. मेजबान टीम को 23 जून को होने वाले फाइनल में अब भारत और श्रीलंका के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ना है.
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों जेम्स एंडरसन (14 रन पर दो विकेट) और स्टीवन फिन (45 रन पर एक विकेट) ने दो नयी गेंद से शानदार गेंदबाजी की जबकि स्टुअर्ट ब्राड (50 रन पर तीन विकेट) और ऑफ स्पिनर जेम्स ट्रेडवेल (19 रन पर तीन विकेट) ने उनका अच्छा साथ निभाया.
लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने भी 41 रन रन दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे लेकिन ट्राट और रूट ने धर्य के साथ बल्लेबाजी करते हुए टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया. ट्राट ने शुरुआत में सतर्कता के साथ बल्लेबाजी की लेकिन इंग्लैंड को सुरक्षित स्थिति में पहुंचाने के बाद दायें हाथ का यह बल्लेबाज स्वछंद होकर खेला और कुछ आकषर्क शॉट लगाए. दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों का प्रदर्शन ठीक ठाक रहा विशेषक स्पिनर रोबिन पीटरसन का लेकिन इंग्लैंड के पास छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए धीमी बल्लेबाजी करने का विकल्प था.
दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों एलेस्टियर कुक (06) और इयान बेल (20) को जल्दी आउट किया लेकिन ट्राट और रूट ने विरोधी टीम को इस स्थिति का फायदा नहीं उठाने दिया. दोनों ने काफी जिम्मेदारी के साथ बल्लेबाजी की और खराब गेंदों का इंतजार किया. ट्रॉट ने 84 गेंद की अपनी पारी के दौरान 11 चौके मारे जबकि रूट ने 71 गेंद का सामना करते हुए सात बार गेंद को बाउंड्री तक पहुंचाया. जेपी डुमिनी ने रूट को बोल्ड किया लेकिन तब तक इंग्लैंड जीत की दहलीज तक पहुंच गया था.
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका की शुरूआत खराब रही. टीम के पतन की शुरूआत पहले ओवर से ही हुई जब एंडरसन ने सलामी बल्लेबाज कोलिन इनग्राम (00) को पगबाधा आउट किया. फिन ने अगले ओवर में मूव होती गेंद पर हाशिम अमला (01) को बटलर के हाथों कैच कराया. इस समय टीम का स्कोर दो विकेट पर चार रन था. रोबिन पीटरसन (30) और फाफ डु प्लेसिस (26) ने पारी को संभाला. इन दोनों को छोड़कर शीर्ष क्रम का कोई बल्लेबाज दोहरे अंक में नहीं पहुंच पाया. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 41 रन जोड़े.
पीटरसन हालांकि एंडरसन की गेंद पर क्रास बैट शाट खेलने की कोशिश में पगबाधा आउट हो गए. पीटरसन के आउट होने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए. कप्तान डिविलियर्स (00) गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर ब्रॉड की गेंद पर बटलर को कैच दे बैठे. शीर्ष क्रम के पवेलियन लौटने के बाद ट्रेडवेल ने मध्य क्रम को ध्वस्त किया. डुमिनी (03) इस ऑफ स्पिनर की गेंद को कट करने की कोशिश में विकेटों पर खेल गए. डु प्लेसिस इसके बाद बटलर को कैच दे बैठे जबकि रेयान मैकलारेन रन आउट हुए.
बटलर ने इसके बाद ट्रेडवेल की गेंद पर क्रिस मौरिस (03) के रूप में अपना चौथा कैच लपका. मिलर और क्लेनवेल्ट ने इसके बाद टीम को 100 रन के भीतर सिमटने से बचाया. मिलर ने अपनी नाबाद पारी के दौरान 51 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और दो छक्के मारे.
क्लेनवेल्ट ने भी 61 गेंद में चार चौके और एक छक्का जड़ा. ब्राड ने अंतत: शार्ट गेंद पर क्लेनवेल्ट को विकेटकीपर जोस बटलर के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा. बटलर ने विकेट के पीछे शानदार प्रदर्शन करते हुए छह कैच लपके. वह एक मैच में छह शिकार बनाने की उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के सातवें क्रिकेटर और इंग्लैंड के तीसरे विकेटकीपर बन गए हैं.