चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान को धूल चंटाने के साथ ही भारत ने जीत की हैट्रिक लगा दी. तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को शानदार गेंदबाजी को मैन ऑफ द मैच से नवाजा गया.
लेकिन, इस जीत में जितनी अहम भूमिका भुवनेश्वर ने निभाई, उतना ही अहम योगदान रवींद्र जडेजा, आर अश्विन, विराट कोहली और शिखर धवन का था. आइए जानें टीम इंडिया की इस शानदार जीत के अहम कारण.
मौसम और पिच का मिजाज
बर्मिंघम की पिच के बारे में ज्यादातर जानकारों का मानना था कि यह पहले बल्लेबाजी के माकूल है. पर धोनी ने मौसम के मिजाज को भांपते हुए पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. यह निर्णय माही का मास्टर स्ट्रोक था. क्योंकि पाकिस्तानी पारी के दौरान बार-बार बारिश ने खेल में खलल डाला. नतीजतन पाक बल्लेबाज कभी लय में बैटिंग नहीं कर सके. साथ ही डकवर्थ-लुइस नियम के लागू होने के कारण हर गिरते विकेट से साथ पाकिस्तान बैकफुट पर जाता गया.
बल्लेबाजी करना भूला पाकिस्तान
इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान की बल्लेबाजी बेहद ही लचर रही है. टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 167 रन बनाए, वहीं विंडीज के खिलाफ 170 रन. सलामी बल्लेबाज नासिर जमशेद और कप्तान मिस्बाह उल हक के अलावा एक भी बल्लेबाज फॉर्म में नहीं दिखा. कुछ ऐसा ही नजारा भारत के खिलाफ भी था. नासिर जमशेद को भुवनेश्वर कुमार ने मैच के तीसरे ओवर में चलता किया. इसके बाद बाकी की बल्लेबाजी तो मानों ताश के पत्ते की तरह बिखर गई. एक-दो बल्लेबाजों को अच्छी शुरुआत भी मिली पर वे इसे बड़ी पारी में तब्दील न कर सके.
स्पिन और तेज गेंदबाजी का कॉकटेल
इस टूर्नामेंट में भारत ने स्पिन और तेज गेंदबाजी के घातक कॉकटेल से हर टीम को पछाड़ा है. इस मुकाबले में 23 वर्षीय भुवनेश्वर कुमार चैंपियन बनकर उभरे. मैच में उन्होंने 2 विकेट हासिल करने के साथ 2.37 की इकॉनमी रेट से बॉलिंग करके पाक बल्लेबाजों पर नकेल कस दी. इसके बाद बारी थी, अश्विन और जडेजा की शानदार जोड़ी की. रॉकस्टार जडेजा ने मिस्बाह उल हक और शोएब मलिक को अपना शिकार बनाया. वहीं, आर अश्विन को कमरान अकमल और वहाब रियाज के रूप में पर अच्छी गेंदबाजी का ईनाम मिला.
शिखर पर है धवन
अब तक टूर्नामेंट में लगातार दो शतक जड़ने वाले शिखर धवन ने भले ही इस मुकाबले में सेंचुरी और हाफ सेंचुरी न लगाई हो. पर उनके बल्ले से निकले 48 रन ने यह तय कर दिया कि आखिरकार चैंपियंस ट्रॉफी में पहली बार पाकिस्तान को हराने में कामयाब रहा भारत. शिखर ने रोहित के साथ मिलकर टीम को मजबूत शुरुआत दी. क्योंकि अगर टीम को शुरुआत में झटका लगता तो मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था.
काम आये कोहली और रोहित शर्मा
रोहित शर्मा ने एक बार फिर टीम को शानदार आगाज देने में शिखर धवन का अच्छा साथ दिया. दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर 58 रन की साझेदारी की. वहीं, विराट कोहली ने इस मैच में भले ही सिर्फ नाबाद 22 रन बनाए हों पर उन्होंने दिखाया कि टीम की जरूरत के हिसाब से वे खुद को ढालने में कितने माहिर हैं.
नंबर वन है हमारी फिल्डिंग
मैच जीतने के बाद धोनी ने यह दावा किया मौजूदा टीम इंडिया क्षेत्ररक्षण के मामले में किसी से कम नहीं है. माही के इस दावे में दम भी है. इस मैच में भारत ने कप्तान ने खुद ही विकेट के पीछे मोहम्मद हफीज का शानदार कैच लपका तो रोहित शर्मा ने शॉर्ट एक्स्ट्रा कवर पर सईद अजमल के एक तेज-तर्रार शॉट को अपनी चपलता से विकेट में तब्दील कर डाला. वहीं, विराट कोहली ने एक शानदार रन आउट कर दिखाया कि क्षेत्ररक्षण के मामले में भी हम वनडे की नंबर वन टीम हैं.