स्पॉट फिक्सिंग में फंसे क्रिकेटर अजित चंदीला को अंडरवर्ल्ड से धमकियां मिल रहीं थी. चंदीला के वकील ने यह दावा किया है. साथ ही यह भी कहा है कि चंदीला ने यह बात टीम मैनेजमेंट को बताई थी, लेकिन उन्होंने चंदीला से इसे नजरअंदाज करन को कहा.
इस बीच, माना जा रही है कि फिक्सिंग में अंडरवर्ल्ड का हाथ हो सकता है. गिरफ्तार किए गए सट्टेबाजों ने 2 लोगों के नाम लिए हैं. पूछताछ के दौरान सट्टेबाजों ने सुनील अभिचंदानी और सुरेश नागरी के नाम बताए हैं. साथ ही सूत्रों के अनुसार ये भी जानकारी आ रही है कि सुनील और सुरेश सहित करीब 12 बुकी अंडरवर्ल्ड माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम के लिए काम करते हैं. कहा जा रहा है कि दाऊद और छोटा शकील इन 12 सट्टेबाजों को फोन भी करते थे.
गौरतलब है कि भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स के दो खिलाड़ी- अजित चंदीला और अंकित चव्हाण को बुधवार देर रात दिल्ली पुलिस ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में मुंबई से गिरफ्तार किया था. पुलिस ने दावा किया है कि सट्टेबाजों से इन गेंदबाजों को एक ओवर में पूर्व निर्धारित संख्या में रन देने के लिए 60 लाख रुपये तक दिए थे.
दिल्ली की अदालत ने बाद में गिरफ्तार क्रिकेटरों और सट्टेबाजों को इस मामले में पूछताछ के लिए 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. दिल्ली पुलिस के विशेष सेल ने श्रीसंत और उनके दो अन्य साथियों अजित चंदीला और अंकित चव्हाण को सट्टेबाजों के साथ बनी योजना के तहत कम से कम 3 आईपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के लिये गिरफ्तार किया.
बीसीसीआई द्वारा निलंबित किये गये खिलाड़ियों को दिल्ली लाया गया और इनके खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120-बी (आपराधिक साजिश) का मामला दर्ज किया है. इन आरोपियों के खिलाफ कड़े मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून) कानून के तहत भी मामला दर्ज किए जाने की संभावना है. अगर ऐसा होता है तो इन आरोपियों को जमानत नहीं मिलेगी. ऐसे मामलों में डीसीपी स्तर के अधिकारी के समक्ष दिया गया बयान अदालत में मान्य होगा.