पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने वेस्टइंडीज के बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल की जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि ढेर सारे रन बनाने और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लंबे समय तक बने रहने के कारण वह असाधारण बल्लेबाज जाते हैं.
गयाना के बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अब तक 158 टेस्ट मेचों में 11,684 रन बनाए हैं जिसमें 30 शतक शामिल हैं. इसके अलावा 268 वनडे में 11 शतकों की मदद से उन्होंने 8778 रन बनाए हैं.
द्रविड़ ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो की वीडियो सीरीज ‘माडर्न मास्टर्स’ में कहा, ‘आप सिर्फ उनके नंबरों पर गौर कर लीजिए. अपने लंबे करियर के दौरान उन्होंने ढेरों रन बनाए. उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और सभी परिस्थितियों में वह असाधारण थे.’
द्रविड़ ने चंद्रपॉल की बल्लेबाजी शैली को अपने साथियों से एकदम अलग करार दिया. उन्होंने कहा, ‘उनके बारे में एक चीज है जिसको शायद आप भूल जाते हैं और वह उनकी शैली और जिस तरह से वह खेलते हैं. वह वास्तव में एक मजबूत टीम की तरफ से नहीं खेले. वह ऐसे युग में खेले जब वेस्टइंडीज क्रिकेट अपने सर्वश्रेष्ठ दौर में नहीं था और इसलिए उन्हें बहुत अधिक सफलता नहीं मिली. उन्होंने ढेरों रन तब बनाए जब वेस्टइंडीज को हार का सामना करना पड़ा.’
द्रविड़ ने कहा कि भारत के चोटी के स्पिनर अनिल कुंबले और हरभजन सिंह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे तब चंद्रपॉल ने उनके खिलाफ बेजोड़ प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से वह स्पिनरों की गेंदों पर गैप ढूंढते थे उसका जवाब नहीं था. स्लिप में खड़े होकर मैंने देखा है कि किस तरह हरभजन और कुंबले जैसे स्पिनरों के सामने चंद्रपॉल आखिरी क्षणों में कलाई मोड़कर गेंद को गैप में निकाल देते थे.’