दो बार की चैम्पियन चेन्नई की टीम टी20 के छठे संस्करण में नौ टीमों की तालिका में शीर्ष पर पहुंच गई है. महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में खेल रही इस टीम ने सोमवार को एमए चिदम्बरम स्टेडियम में खेले गए लीग के 30वें और अपने सातवें मैच में राजस्थान को पांच विकेट से हरा दिया.
चेन्नई की जीत में मैन आफ द मैच चुने गए माइकल हसी (88) और सुरेश रैना (51) के अलावा कप्तान धोनी (21) तथा ड्वेन ब्रावो (नाबाद 15) का अहम योगदान रहा. इन सबने मिलकर राजस्थान के बल्लेबाज शेन वॉटसन की 101 रनों की बेशकीमती पारी के जश्न को फीका कर दिया. वॉटसन ने इस संस्करण का पहला शतक लगाया.
बहरहाल, वर्ष 2008 में टी20 के पहले संस्करण की राजस्थान द्वारा दिए गए 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई ने 19.5 ओवरों में पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. लीग के इस संस्करण में चौथा अर्धशतक लगाने वाले हसी ने अपनी 51 गेंदों की पारी में 13 चौके और एक छक्का लगाया.
हसी के विकेट पर रहते चेन्नई आसानी से लक्ष्य की ओर पहुंचते दिख रहे थे लेकिन एक ही ओवर में हसी के अलावा रवींद्र जडेजा (0) का विकेट गिरने के बाद मेजबान दबाव में आ गए. अंतिम 12 गेंदों पर मेजबान को जीत के लिए 17 रन बनाने थे.
जेम्स फॉल्कनर द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में चेन्नई ने छह रन बनाए लेकिन इस ओवर में कप्तान धोनी छक्का लगाने के प्रयास में सीमा रेखा पर स्टुअर्ट बिन्नी के हाथों लपके गए. धोनी ने 16 गेंदों पर एक चौका लगाया. इस ओवर में छह रन बने.
शेन वॉटसन द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में चेन्नई को 11 रन बनाने थे. पहली गेंद पर एक रन बना. दूसरी गेंद पर एक भी रन नहीं बना और तीसरी गेंद पर ब्रावो ने शानदार छक्का लगाया. चौथी गेंद पर दो रन बने और फिर पांचवीं गेंद पर भी दो रन बने. ब्रावो ने नौ गेंदों पर एक छक्का लगाया.
चेन्नई के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने इस मैच में भी निराश किया. मुरली तीन रन बनाकर अजीत चंदीला की गेंद पर उन्हीं के हाथों कैच आउट हुए. चेन्नई का यह विकेट 22 रन के कुल योग पर गिरा. मुरली सात मैचो में सिर्फ एक अर्धशतक लगा सके हैं.
इसके बाद रैना और हसी ने दूसरे विकेट के लिए 61 गेंदों पर 90 रनों की बेशकीमती साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया. रैना 35 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के लगाने के बाद फॉल्कनर की गेंद पर पगबाधा आउट हुए. उस समय कुल योग 112 रन था.
रैना की विदाई के बाद हसी ने धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 21 गेंदों पर 42 रनों की साझेदारी निभाई लेकिन 154 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए.
फॉल्कनर द्वारा फेंके गए पारी के 17वें ओवर की पहली गेंद पर हसी विदा हुए जबकि इसी ओवर की तीसरी गेंद पर जडेजा बोल्ड हो गए. चेन्नई के लिए फार्म में चल रहे जडेजा का आउट होना बड़ा झटका था.
नौ टीमों की तालिका में चेन्नई, बैंगलोर और हैदराबाद ने सात-सात मैचों से 10-10 अंक जुटाए हैं लेकिन चेन्नई का नेट रन रेट बाकी की दो टीमों से बेहतर है. इस आधार पर वह तालिका में पहले क्रम पर है जबकि बैंगलोर दूसरे स्थान पर हैं. इन तीनों टीमों ने पांच-पांच मैच जीते हैं और दो-दो हारे हैं.
इससे पहले, वाटसन (101) के शानदार शतक की बदौलत राजस्थान टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 185 रन बनाए. टी20 में पहला शतक लगाने वाले वॉटसन के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 36 रनों का योगदान दिया.
वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी. वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े. 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए.
दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे. पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े. राजस्थान ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए. दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके. 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने.
चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े. द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए.
वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया. वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े. वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए. बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया.
18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था. वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए. चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए.