ओलंपियन और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित अंजू बॉबी जॉर्ज ने केरल के खेल मंत्री ई पी जयराजन पर कथित रूप से ‘भ्रष्टाचार’ का आरोप लगाकर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया और अपनी आवाज मुख्यमंत्री तक पहुंचाई लेकिन सीएम पिनाराई विजयन ने इसके जवाब में अपने कैबिनेट साथी का ही समर्थन किया है.
उधर खेल मंत्री जयराजन ने अंजू के लगाए सभी आरोपों से इनकार किया है. जयराजन पिछले एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार विवादों में घिरे हैं. इससे पहले वह तब विवादों में घिर गए थे, जब उन्होंने मुक्केबाज मोहम्मद अली को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें केरल का खिलाड़ी करार दे दिया था.
केरल खेल परिषद की अध्यक्ष अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से भी शिकायत की थी. उन्हें कांग्रेस के नेतृत्व में पिछली यूडीएफ सरकार ने इस पद पर नियुक्त किया था. अंजू ने आरोप लगाया कि खेल मंत्री ने उन्हें अपमानित किया और कठोर शब्दों में बात की, इस पर विजयन ने कहा, ‘खेल मंत्री ने उनसे (अंजू से) सिर्फ उनकी फ्लाइट के बारे में पूछा था. यह अपमानजनक कैसे हो सकता है?’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पिछली सरकार ने उन्हें कई तरह की रियायतें दी हैं, जिसमें बंगलुरु से तिरुवनंतपुरम तक फ्लाइट टिकट प्रायोजित करना भी शामिल था. यह उचित प्रक्रिया नहीं है.’
2003 में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पदक जीतकर इतिहास रचने वाली अंजू ने कहा कि नई राज्य सरकार के सत्ता में आने के बाद वह सात जून को परिषद के उपाध्यक्ष के साथ खेल मंत्री से मिलने गई थीं. अंजू ने कहा, ‘हमने सोचा कि वह केरल में खेलों के स्तर के बारे में हमसे बात करेंगे. पहली ही बैठक में मंत्री ने कहा कि आप सभी को पिछले मंत्रालय ने सदस्य चुना है. इसलिए आप सभी दूसरी पार्टी के सदस्य हो. आप जो भी नियुक्तियां और तबादले कर रहे हो, गैर कानूनी हैं.’ एथलीट ने कहा कि परिषद की बैठक में शिरकत लेने के लिए उनके द्वारा बंगलुरु से तिरुवनंतपुरम तक लिए गए फ्लाइट टिकट पर भी मंत्री ने आपत्ति जताई. यह सुविधा उन्हें पिछली सरकार ने दिलाई थी.
बंगलुरु में बसी अंजू ने कहा कि मंत्री ने उनसे कहा कि यह भ्रष्टाचार है और नियमों के खिलाफ है और वह इन सब चीजों को रोक सकते हैं. अंजू ने कहा कि उनके अलावा प्रीजा श्रीधरन, भारतीय हॉकी कप्तान पी आर श्रीजेश और केरल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष टी सी मैथ्यू परिषद के अन्य सदस्य हैं. उन्होंने कहा, ‘मंत्री ने कहा कि आप सभी भ्रष्टाचार में लिप्त हो. हम किसी राजनीतिक पार्टी के लिए काम नहीं कर रहे. खेल ही हमारी पार्टी है. मैं किसी पार्टी कांग्रेस या बीजेपी की सदस्य नहीं हूं.’ उन्होंने कहा, ‘हम अपना कर्तव्य निभा रहे हैं. अगर सरकार इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं तो वे हमें छोड़ने के लिए कह सकते हैं. लेकिन हमें भ्रष्टाचारी कहना स्वीकार्य नहीं है.’
यह पूछने पर कि क्या वह अपने पद से हटने को तैयार हैं तो अंजू ने कहा कि उन्होंने अभी तक फैसला नहीं किया है. उन्होंने कहा, ‘हम सभी खिलाड़ी हैं. मंत्री के बर्ताव के बारे में मुख्यमंत्री को सूचित करना मेरा कर्तव्य है.’ जयराजन ने हालांकि इन आरोपों से इनकार किया और कहा कि अंजू उनके साथ हुई बैठक के बाद ‘काफी खुश’ होकर गई थीं.
इन आरोपों के बारे में पूछने पर राज्य के खेल मंत्री ने कहा कि उन्होंने बुरा बर्ताव नहीं किया. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘नहीं, कभी नहीं.’ राज्य खेल मंत्री ने यह भी कहा कि वह इस बात से तक नहीं थे कि इस पूर्व एथलीट ने मुख्यमंत्री से उनकी शिकायत की है.’