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कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में शानदार रहा भारत का पहला दिन, 2 गोल्‍ड समेत 7 मेडल झोली में

ग्‍लासगो में आयोजित हो रहे 20वें कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स का पहला दिन भारत के लिए बहुत अच्‍छा रहा. पहले ही दिन 2 गोल्‍ड मेडल सहित कुल 7 मेडल भारत की झोली में आए.

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सुखेन डे
सुखेन डे

ग्‍लासगो में आयोजित हो रहे 20वें कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स का पहला दिन भारत के लिए बहुत अच्‍छा रहा. पहले ही दिन 2 गोल्‍ड मेडल सहित कुल 7 मेडल भारत की झोली में आए. संजीता खुमुकचम और सुखेन डे के गोल्‍ड मेडल सहित वेटलिफ्टिंग टीम ने चार पदक जीते, जबकि जूडो खिलाड़ियों‍ ने भी अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए तीन पदक हासिल किए.

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भारत फिलहाल दो गोल्‍ड, तीन सिलवर और दो ब्रॉन्‍ज मेडल सहित कुल 7 मेडल के साथ चौथे स्थान पर चल रहा है. इंग्लैड 6 गोल्‍ड, 7 सिल्‍वर और 4 ब्रॉन्‍ज मेडल के साथ टॉप पर है.

पुरुष 56 किग्रा वर्ग में सुखेन ने कुल 248 किग्रा (109 और 139) वजन उठाकर शीर्ष स्थान हासिल किया. उन्होंने स्नैच में 109 जबकि क्लीन एवं जर्क में 139 किग्रा वजन उठाया. भारत के ही गणेश माली कुल 244 किग्रा (111 और 133 किग्रा) वजन उठाकर ब्रॉन्‍ज मेडल जीतने में सफल रहे. इस कॉम्‍पटीशन का सिलवर मेडल मलेशिया के जुल्हेमी पिसोल ने जीता, जिन्होंने 245 किग्रा (108 और 137) वजन उठाया.

संजीता ने दिलाया गोल्‍ड
इससे पहले संजीता ने महिला 48 किग्रा वर्ग में गोल्‍ड मेडल के साथ भारत को ग्‍लासगो कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स के पहले दिन पहला गोल्‍ड मेडल दिलाया. मीराबाई चानू सेखोम भी इसी कॉम्‍पटीशन में सिल्‍वर मेडल जीतने में सफल रहीं.

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पुरुषों के जूडो कॉम्‍पटीशन में नवजोत चाना और महिला जूडो में सुशीला लिकमाबम ने सिल्‍वर मेडल जीते, जबकि कल्पना थोडम ब्रॉन्‍ज मेडल हासिल करने में सफल रहीं. इसी के साथ भारत ने कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स के जूडो कॉम्‍पटीशन में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया.

भारत को दिन का पहला पदक संजीता ने दिलाया जिन्होंने कई मजबूत प्रतिस्पर्धियों की गैरमौजूदगी में कुल 173 किग्रा (77 और 96 किग्रा) वजन उठाया. मीराबाई 170 किग्रा (75 और 95 किग्रा) वजन उठाने में सफल रहीं. नाइजीरिया की नकेची ओपारा ने कुल 162 किग्रा (70 और 92 किग्रा) वजन उठाकर तीसरा स्थान हासिल किया.

संजीता हालांकि 175 किग्रा के अगस्तीना नकेम नावाओकोलो के कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स के रिकॉर्ड से दो किग्रा से पीछे रह गई. संजीता ने स्नैच में 77 किग्रा वजन उठाकर अगस्तीना के कॉमनवेल्‍थ खेलों के रिकॉर्ड की बराबरी की. उन्होंने क्लीन एवं जर्क में 96 किग्रा वजन उठाया. जूडो में चाना और सुशीला को हालांकि अपने वर्गों के फाइनल शिकस्त के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा.

चाना मैकेंजी से हारे
जूडो में कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स 2010 के गोल्‍ड मेडल विजेता चाना पुरुषों के 60 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में इंग्लैंड के एश्ले मैकेंजी से हार गए. भारतीय खिलाड़ी को पेनल्टी अंक के आधार पर शिकस्त का सामना करना पड़ा. चाना को तीन पेनल्टी अंक दिए गए जबकि इंग्लैंड के खिलाड़ी को सिर्फ एक पेनल्टी अंक मिला. दोनों खिलाड़ियों के वजारी अंक बराबर थे. चाना ने दक्षिण अफ्रीका के डेनियल ली ग्रैंगे को केवल एक मिनट 51 सेकेंड में हराकर फाइनल में प्रवेश किया था. उन्होंने ‘इप्पोन’ से नाकआउट हासिल किया.

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महिला वर्ग में मणिपुर की जुडो सुशीला ने 48 किग्रा में फाइनल के सफर के दौरान शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वियों को इप्पोन से हराकर नॉकआउट किया. वह हालांकि फाइनल में स्कॉटलैंड की किंबर्ली रेनिक्स को कोई टक्कर नहीं दे पाई. स्थानीय जुडो खिलाड़ी ने भारतीय खिलाड़ी को तीसरे मिनट में ही इप्पोन से नॉकआउट कर दिया.

सुशीला ने ऑस्ट्रेलिया की चोल रेनर को दो मिनट 23 सेकेंड में हराकर फाइनल में जगह बनाई. सुशीला ने दो वजारी हासिल किए जो एक इप्पोन के बराबर होते हैं. रेपेचेज के जरिए ब्रॉन्‍ज मेडल के मुकाबले में पहुंची कल्पना थोडम ने महिला वर्ग के 52 किग्रा वर्ग में मॉरिशस की क्रिस्टियन लेगेनटिल को हराकर सिल्‍वर मेडल जीता. उन्होंने कम पेनल्टी अंक (शिडो) हासिल करते हुए जीत दर्ज की. कल्पना को दो जबकि क्रिस्टियन को तीन पेनल्टी अंक मिले.

मनजीत नंदल (पुरुष 66 किग्रा) को हालांकि ब्रॉन्‍ज मेडल के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के सियाबुलेला माबुलू के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा. मनजीत को तीन जबकि माबुलू को दो पेनल्टी अंक मिले. मनजीत और कल्पना दोनों क्वार्टर फाइनल में हार गए थे, लेकिन दोनों ने रेपेचेज में जीत दर्ज करके ब्रॉन्‍ज मेडल के मुकाबले के लिए क्वालीफाई किया. दूसरी तरफ हॉकी, टेबल टेनिस, बैडमिंटन और स्‍क्‍वॉश में भारत की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन तैराक और साइकिलिस्ट खास प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे.

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बैडमिंटन में भारत ने मिश्रित टीम स्पर्धा के ग्रुप बी मैच में घाना को 5-0 से करारी शिकस्त दी. भारत को यह जीत दर्ज करने के लिए कोई मेहनत नहीं करनी पड़ी. पारूपल्ली कश्यप ने डेनियल सैम को पुरूष एकल मुकाबले में 21-6, 21-16 से शिकस्त दी.

विश्व चैम्पियनशिप की ब्रॉन्‍ज मेडल विजेता पीवी सिंधू ने स्टेला अमासा को 21-7, 21-5 से हराया. पुरुष युगल वर्ग में अक्षय देवालकर और प्रणव चोपड़ा ने एमैन्युअल डोनकोर और अब्राहम ए को 21-7, 21-11 से मात दी.

कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स की गोल्‍ड मेडल विजेता जोड़ी ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा ने एवेलिन बोत्वे और डायना आर्चर को हराया. वहीं मिश्रित युगल में पीसी तुलसी और किदाम्बी श्रीकांत ने सैम और अमासाह को 21-5, 21-9 से हराया.

टेबल टेनिस में भारत की पुरुष और महिला टेबल टेनिस ने शानदार शुरुआत करते हुए क्रमश: वनातु और बारबाडोस को हराया. चार साल पहले दिल्ली कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में सिल्‍वर मेडल जीतने वाली महिला टीम ने शामिनी कुमारसेन, मनिका बत्रा और मधुरिका पाटकर के शानदार प्रदर्शन से बारबाडोस को 3-0 से हराया.

पुरुषों के शुरुआती मुकाबले में भारत के चोटी के खिलाड़ी शरत कमल को विश्राम दिया गया. हरमीत देसाई, सानिल शेट्टी और एंथनी अमलराज की टीम ने भारत को 3-0 से जीत दिलाई. स्क्वाश में अनाका अलंकामोनी, हरिंदर पाल संधू और महेश मंगांवकर ने जीत से शुरुआत की. अलंकामोनी ने राउंड 32 में कीनिया की खालका निमजी को 11-2, 11-3, 11-6 से हराया. उनका अगला मुकाबला मलेशिया की 15वीं वरीय डेलिया अर्नोल्ड से होगा.

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भारत की चोटी की खिलाड़ी दीपिका पल्लिकल और अनुभवी जोशना चिनप्पा को पहले दौर में बाई मिली है. पुरुष एकल में मंगांवकर ने राउंड 64 में कीनिया की हरदीप रील को आसानी से हराया. उन्हें अब इंग्लैंड के तीसरे वरीय पीटर बार्कर की कड़ी चुनौती का सामना करना है. संधू ने भी उत्तरी आयरलैंड के माइकल क्रेग को 11-9, 11-5, 11-5 से हराकर अच्छी शुरुआत की.

भारतीय तैराक सजान प्रकाश पुरुषों की 400 मीटर फ्रीस्टाइल तैराकी के फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे. प्रकाश ने हीट नंबर दो में तीन मिनट 59.29 सेकेंड का समय निकाला और वह 28 तैराकों के बीच 20वें स्थान पर रहे. पुरुषों की 100 मीटर फ्रीस्टाइल एस-9 में भारतीय पैरा तैराक प्रशांत करमाकर ने एक मिनट 4.86 सेकेंड का समय निकालकर फाइनल में जगह बनाई. दिल्ली कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में ब्रॉन्‍ज मेडल जीतने वाले करमाकर अपनी हीट में चौथे स्थान पर रहे थे.

साइकिलिंग में भारतीयों की शुरुआत अच्छी नहीं रही. भारतीय साइकिलिस्ट पुरुषों की स्प्रिंट और 4000 मीटर टीम परसुईट के फाइनल में क्वालीफाई करने में असफल रहे. भारतीय महिला हॉकी टीम ने हालांकि जीत से शुरुआत करते हुए जसप्रीत कौर के दो गोल की मदद से ग्रुप ए में कनाडा को 4-2 से हराया.

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भारत ने शुरु से ही मैच में दबदबा बनाए रखा और आखिरी तक उसने कनाडा को आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया. भारत की तरफ से रानी रामपाल (22वें मिनट), पूनम रानी (30वें), जसप्रीत (38 और 54वें मिनट) ने गोल दागे जबकि कनाडा के लिए ब्रेनी स्टेयर्स और कार्ली जोहान्सन ने गोल किए.

खेल राष्ट्रमंडल तालिका

देश

 गोल्‍ड

सिल्‍वर

ब्रॉन्‍ज

कुल

इंग्‍लैंड

6

7     

4     

17

ऑस्‍ट्रेलिया

5     

3     

7     

15    

स्‍कॉटलैंड

4     

3     

3     

10    

भारत

2     

3     

2     

07

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