रियो ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट शटलर पीवी सिंधु गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के उद्घाटन समारोह में भारतीय दल की अगुआई करेंगी. उन्हें ध्वजवाहक चुना गया है. बताया जाता है कि इस होड़ में मेरी कॉम और साइना नेहवाल भी शामिल थीं. आखिकार भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने 22 साल की सिंधु को यह मौका दिया.
सिंधु को 2016 के ओलंपिक में रजत पदक जीतने के अलावा पिछले कुछ वर्षों में लगातार अच्छा प्रदर्शन का इनाम मिला है. 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स का उद्घाटन समारोह 4 अप्रैल को गोल्ड कोस्ट (ऑस्ट्रेलिया) के करारा स्टेडियम में होगा.
आईओए के एक अधिकारी ने कहा, 'सिंधु की उपलब्धियां अधिक ताजा हैं और फिलहाल वह देश के सर्वश्रेष्ठ एथलीटों में शामिल हैं. इसलिए हमने उन्हें ध्वजवाहक चुना है.' सिंधु इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स के महिला सिंगल्स में स्वर्ण पदक की दावेदार हैं. उन्हें ग्लास्गो कॉमनवेल्थ में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था.
सिंधु का नाम उस वक्त विवादों में आ गया था, जब गुरुवार को खेल मंत्रालय ने बैडमिंटन स्टार की मां को भारत की 330 सदस्यीय दल में शामिल किए जाने पर आपत्ति जताई थी. दरअसल, सिंधु ने अपनी मां विजया और साइना नेहवाल ने अपने पिता हरवीर सिंह का नाम अतिरिक्त अधिकारियों की सूची में डालने का आग्रह किया था, जिसे मंजूर करते हुए भारतीय बैडमिंटन सिंघ ने आईओए को भेजा था. उम्मीद की जा रही है कि खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ शनिवार को इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय लेंगे.