राष्ट्रमंडल खेलों से जुड़ी परियोजनाएं एक बार फिर विवादों में घिर गई जब आज यह आरोप लगाये गये कि खेलों की आयोजन समिति ने ब्रिटेन की एक कंपनी को भारी भरकम राशि स्थानांतरित की जिसके बारे में ब्रिटिश सरकार ने सवाल उठाये हैं.
टेलीविजन चैनलों की रिपोर्ट के मुताबिक साढ़े चार लाख पौंड से अधिक की राशि ब्रिटिश बैंक के जरिये एमए फिल्म्स को स्थानांतरित की गई जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह ‘वन मैन शो’ है.
‘टाइम्स नाउ’ ने दस्तावेजों का हवाला देते हुए दिखाया कि यह पूरा मामला उस समय प्रकाश में आया जब आयोजन समिति ने इस साल मार्च में ब्रिटिश कंपनी को भुगतान पर वैट रिफंड के रूप में 14000 पौंड की मांग की.
चैनल ने ब्रिटिश राजस्व और सीमा शुल्क विभाग के भारतीय उच्चायोग को लिखे पत्र का भी हवाला दिया है जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रमंडल खेल और एएम फिल्मस के बीच कोई लिखित अनुबंध नहीं है और कोई निविदा प्रक्रिया नहीं अपनाई गई जबकि अनुबंध के संबंध में कुछ भी लिखित नहीं है.
आयोजन समिति ने कथित तौर पर लगभग ढाई लाख पौंड का भुगतान वीडियो उपकरणों के लिए किया है जबकि एएम फिल्म्स ने दावा किया है कि उसने कार किराये पर देने, काम चलाउ टायलेट, बैरियर और बिजली के क्षेत्र में सेवा दी. उच्चायोग के सूत्रों ने बताया कि ब्रिटेन के अधिकारियों से मिली सूचना को कार्रवाई के लिए खेल मंत्रालय के पास भेज दिया गया है.
सूत्र ने कहा, ‘‘ब्रिटेन के अधिकारियों ने एएम फिल्मस से जुड़ा मामला हमें बताया था. हमने सूचना भारत सरकार को भेज दी है. यह मामला अब भारत सरकार के पास है.’’ इस तरह की रिपोर्ट हैं कि प्रवर्तन निदेशालय को इस मुद्दे को देखने को कहा गया है लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.