साल का दूसरा ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन टेनिस का आयोजन अब एक हफ्ते की देरी से हो सकता है. पहले यह टूर्नामेंट 23 मई से आयोजित होना था. अब यह क्ले कोर्ट टूर्नामेंट 30 मई से 13 जून तक आयोजित किया जा सकता है, ताकि ज्यादा संख्या में दर्शक टूर्नामेंट का लुत्फ उठा सकें.
पिछले साल भी कोरोना महामारी के चलते फ्रेंच ओपन चार महीने की देरी से आयोजित हुआ था. तब मई-जून की बजाय यह टूर्नामेंट सितंबर-अक्टूबर में आयोजित किया गया था. उस दौरान हर दिन सिर्फ एक हजार दर्शकों को इजाजत दी गई थी.
फ्रांस की खेल मंत्री रोक्साना मारासिनियू ने भी कोरोना वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी के कारण फ्रेंच ओपन टेनिस ग्रैंड स्लैम को कुछ दिनों के लिए टालने की बात कही थी. जिसके बाद फ्रांस की टेनिस खिलाड़ी एलीज कार्नेट ने खेल मंत्री और फ्रांस के राष्ट्रपति की आलोचना की थी.
कार्नेट ने कहा था, 'यह हमारे बीच का मसला है, लेकिन हमारी खेल मंत्री एक आपदा के समान हैं. मेरे पास उनके खिलाफ कहने को कुछ भी नहीं है. वह केवल खेल के लिए बुरे फैसले लेती हैं, जैसे उन्हें इसकी परवाह नहीं है. और मुझे पता है कि इसमें सरकार की भी सहमति है. मैंने सुना है कि एक सप्ताह के लिए टूर्नामेंट स्थगित होने पर और अधिक लोग आ सकते हैं. फिर भी मुझे लगता है कि यह स्वार्थ की पूर्ति के लिए लिया जाने वाला फैसला है. टूर्नामेंट की तारीख बढ़ाने से कैलेंडर ईयर प्रभावित होगा.'
पिछले बुधवार को फ्रांस में कोरोना से जुड़े नियमों को और कड़ा कर दिया गया था. हालांकि सभी पेशेवर खेल बंद दरवाजों के पीछे खेले जा रहे हैं. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने मई के मध्य में सिनेमाघरों, संग्रहालयों और थियेटरों को फिर से खोलने की इच्छा व्यक्त की है. पुरुष एकल में स्पेन के राफेल नडाल ने पिछले साल रिकॉर्ड 13वीं बार फ्रेंच ओपन खिताब जीता था, जबकि महिला एकल में पोलैंड की इगा स्वियातेक चैम्पियन बनी थीं.