बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान आईसीसी अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने अपने समलैंगिक बेटे की शादी के लिए जोर जबरदस्ती की है. श्रीनिवासन के बेटे अश्विन ने आरोप लगाया है कि उनके पिता वंश बढ़ाने की खातिर उस पर किसी लड़की से शादी करने के लिए दबाव डाल रहे हैं. अंग्रेजी अखबार डीएनए ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है.
इसी अंग्रेजी अखबार ने तीन साल पहले भी इससे जुड़ी एक खबर छापी थी जिसमें बताया गया था कि श्रीनिवासन ने अपने समलैंगिक बेटे को उसके पार्टनर अवि मुखर्जी से अलग करने के लिए हिंसा का रूख अख्तियार कर लिया है.
अश्विन ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि मेरे पिता मुझे अपने शेयर की प्रॉपर्टी दे दें और मुझे मेरी मर्जी से मेरे पार्टनर अवि के साथ अपनी जिंदगी बिताने दें.’ उसने कहा, ‘मेरे पिता हम दोनों को जबरन कैद में रखकर हमारा उत्पीड़न कर रहे हैं. वो चाहते हैं कि मैं अवि से अलग हो जाऊं और शादी कर वंश के लिए बच्चे पैदा करूं.’
अश्विन ने सबूत के तौर पर अखबार को अपने पिता के हाथों लिखी छह चिट्ठियां भी भेजी. उसने कहा, ‘उनके हाथ की लिखीं इन चिट्ठियों में देखिए वो हम दोनों की बुद्धि भ्रष्ट हो गई मानते हैं. उन्होंने विदेश में पढ़ाई करने के साथ ही काफी यात्राएं भी की हैं फिर भी वो समलैंगिक रिश्ते पर ऐसी सोच रखते हैं.’
एक चिट्ठी में श्रीनिवासन लिखते हैं, ‘अश्विन, तुम मेरे बेटे हो. मैं और तुम्हारी मां तुम्हे बहुत प्यार करते हैं. मैं तुमसे क्या उम्मीदें रखता हूं यह तुम्हे पता है. मैंने अपनी कड़ी मेहनत से ये पैसे बचाए हैं. मैं यह कहना चाहता हूं कि ये मेरे खुद के द्वारा अर्जित किए पैसे हैं. मैं इस बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए तुमसे एक बच्चा चाहता हूं. मैं इसे किसी अनजाने को नहीं सौंप सकता. इसलिए, मुझे लगता है कि तुम्हे हमारी पसंद की उस लड़की से शादी कर लेनी चाहिए जो हमें लगता है हमारा वंश चलाने में सक्षम है.’
इसके साथ ही एक पत्र में श्रीनिवासन ने अश्विन को इंडिया सीमेंट के साथ जुड़ने का ऑफर भी दिया. उन्होंने लिखा, ‘तुम्हे सामान्य जिंदगी में वापस आना होगा जो तुमने सालों पहले छोड़ दिया है. जब तक तुम बदलते नहीं मैं रूपा (अश्विन की बहन जो गुरुनाथ मयप्पन से विवाहित हैं) को इंडिया सीमेंट्स के बोर्ड में शामिल कर रहा हूं. मेरे सुझाए बदलाव के बाद तुम भी बोर्ड में शामिल हो सकते हो.’
अश्विन ने भी अपने पिता को चिट्ठी लिखी. इसके जवाब में श्रीनिवासन ने लिखा, ‘तुम्हारी चिट्ठी के जवाब में मैं तुम्हारी निजी जिंदगी के संदिग्ध और बेमेल घटनाओं पर बात करना चाहता हूं. तुम ये सबकुछ मुझे भयभीत करने के लिए कर रहे हो, इसमें ज्यादती साफ झलक रही है. मुझे निराशा दिख रही है- तुम्हारी जानकारी के बगैर तुम्हारी चिट्ठी ने तुम्हारे मित्र (अवि) के कैरेक्टर को बता दिया है जो एक अपराधी है और कानून तोड़ रहा है. वो ड्रग्स भी लेता है. ये सभी अपराधिक गतिविधियां हैं. लेकिन तुम्हारी मां नम्र दिल हैं जिसकी वजह से मैं इस मामले से अलग हूं.’
इसमें उन्होंने सख्त लहजे में लिखा, ‘जब से तुम्हारी जिंदगी में यह दोस्त आया है तब से अब तक मैं ही तुम्हारी सभी जरूरतें पूरी करता रहा हूं. मेरे पैसों पर भोग विलास कर रहे हो. उसने तुम्हे पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. तुम्हे खुद के आत्मसम्मान और प्रतिष्ठा का भी ख्याल नहीं है. उसने तुम्हे ड्रग्स और विलासिता में पूरी तरह धकेल दिया है और अपने जैसे ही कई दोस्तों से तुम्हे मिलाया भी है. उसने तुम्हे उस स्थिति में पहुंचा दिया है जहां तुम पूरी तरह से उस पर निर्भर हो.’
इसके बाद श्रीनिवासन ने अश्विन के समलैंगिक मित्र अवि पर हमला किया. उन्होंने लिखा, ‘वो तुम्हारे पैसों को मैनेज करना चाहता है इसलिए जब मैंने कहा कि मेरा पैसा मेरे वंश को जाएगा तो वो परेशान हो गया. उसकी योजनाओं पर पानी फिर गया इसलिए मुझसे पैसे ऐंठने के लिए वो तुम्हारा इस्तेमाल कर रहा है.’
पूर्व बीसीसीआई प्रमुख के बेटे अश्विन ने कहा, ‘चिट्ठियों के बाद बात अब धमकियों और हिंसा पर आ गई है.’ जब इस अखबार ने श्रीनिवासन से इस बाबत पूछा तो उन्होंने कहा, ‘ये पिता और बेटे के बीच एक निजी मामला है. मैं इस बारे में आपसे क्यों बात करूं. मुझे इस विषय पर कोई बयान नहीं देना है.’