बीसीसीआई के अंतरिम प्रमुख जगमोहन डालमिया आईसीसी की सालाना कॉन्फ्रेंस में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. यह कॉन्फ्रेंस 23 जून से लंदन में शुरू हो रही है, जिसमें डीआरएस पर फैसला लिया जा सकता है.
बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने दामाद गुरुनाथ मयप्पन पर जांच पूरी होने तक पद से दूरी बनाये रखने का फैसला किया था. इसके बाद जगमोहन डालमिया को बीसीसीआई का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था.
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘डालमिया लंदन में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करने को तैयार हैं. फिलहाल अब तक, इस योजना में किसी भी बदलाव की कोई संभावना नहीं है.’ बैठक के तनावपूर्ण होने की संभावना है, क्योंकि आईसीसी के फैसला समीक्षा प्रणाली (डिसिजन रिव्यू सिस्टम) पर फैसला लेने की उम्मीद है. आईसीसी फैसला ले सकती है कि इस प्रणाली को सभी टेस्ट खेलने वाले देशों पर समान रूप से लागू किया जाये.
यह जानना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर डालमिया का पक्ष क्या होगा, क्योंकि एन श्रीनिवासन ने डीआरएस के इस्तेमाल का कड़ाई से विरोध किया था.
डालमिया ने कहा, ‘बीसीसीआई का अभी डीआरएस पर अपना पक्ष है, इसलिये इस मुद्दे पर मेरा टिप्पणी करना तब तक अनुचित होगा, जब तक हम संबंधित दस्तावेजों को विस्तृत रूप से नहीं देखते. एक बार मैं इन दस्तावेजों को देखूंगा तो मुझे पता चल जायेगा.’
इस मुद्दे पर जब डालमिया से बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘मैं इस मुद्दे पर और कुछ नहीं कहूंगा.’ बीसीसीआई का इस मुद्दे पर क्या पक्ष होगा, इस पर भी अलग-अलग रिपोर्ट्स आ रही हैं. अगर डालमिया लंदन में कॉन्फ्रेंस में डीआरएस को एक समान लागू किये जाने का समर्थन करते हैं तो यह श्रीनिवासन के पक्ष का सीधा विरोध होगा. श्रीनिवासन और भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस मुद्दे पर एकमत हैं.
नियमों के अनुसार 10 टेस्ट खेलने वाले देशों में से सात को एक समान लागू करने के लिये सहमत होने की जरूरत है.